इस महीने मार्केट में आएगी लंपी स्किन रोग की स्वदेशी वैक्सीन, खत्म होगी गायों की गंभीर बीमारी

पिछले कुछ दिनों से देश के कई राज्यों में पशुओं में लंपी स्किन डिजीज का प्रकोप देखा गया है। लंपी स्किन डिजीज बीमारी ने गुजरात, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश समेत देश के छह-सात राज्यों में कहर बरपा रखा है।

  •  
  • Publish Date - September 15, 2022 / 02:22 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:39 PM IST

Lumpy skin disease outbreak : नई दिल्ली – पिछले कुछ दिनों से देश के कई राज्यों में पशुओं में लंपी स्किन डिजीज का प्रकोप देखा गया है। लंपी स्किन डिजीज बीमारी ने गुजरात, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश समेत देश के छह-सात राज्यों में कहर बरपा रखा है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, भारत में लंपी स्किन डिजीज वायरस ने लगभग 11.21 लाख मवेशियों को संक्रमित किया है जिससे दुग्ध उत्पादन पर भी असर पड़ा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक कार्यक्रम में बताया कि केंद्र सरकार राज्यों के साथ मिलकर लंपी वायरस को कंट्रोल करने के लिए प्रयास कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि वैज्ञानिकों ने लंपी वायरस बीमारी के लिए देसी टीका भी बना लिया है। चार-पांच महीनों के भीतर मवेशियों को संक्रमित करने वाले लंपी स्किन डिजीज वायरस के खिलाफ स्वदेशी लंपी-प्रोवैकइंड वैक्सीन मार्केट में बिक्री के लिए उपलब्ध होगी। >*IBC24 News Channel के WHATSAPP  ग्रुप से जुड़ने के लिए  यहां CLICK करें*<<

read more : NH-45 पर एक साथ 12 गायों की मौत, कंप्यूटर बाबा ने किया धरना प्रदर्शन, प्रदेश सरकार के खिलाफ कही ये बड़ी बात 

लंपी स्किन डिजीज का प्रकोप 

Lumpy skin disease outbreak : आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार के लंपी स्किन डिजीज का सबसे ज्यादा प्रकोप राजस्थान राज्य में देखा गया है। राजस्थान के पशुओं में लंपी स्किन रोग नामक खतरनाक बीमारी बढ़ती जा रही है। सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद देखते ही देखते करीब सवा लाख दुधारू पशु इसकी चपेट में आ गए हैं। इस पर जल्द ही काबू नहीं पाया गया तो कई जिलों में दूध की कमी हो सकती है।

read more : विधानसभा में हो रहे हंगामे के बीच गृहमंत्री का बयान, कर्ज माफी के लिए कही ये बड़ी बात 

 

स्वदेशी लंपी-प्रोवैकइंड वैक्सीन मार्केट में बिक्री के लिए उपलब्ध होगी

Lumpy skin disease outbreak : इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चरल रिसर्च को विश्वास है कि चार-पांच महीनों के भीतर मवेशियों को संक्रमित करने वाले लंपी स्किन डिजीज वायरस के खिलाफ स्वदेशी लंपी-प्रोवैकइंड वैक्सीन मार्केट में बिक्री के लिए उपलब्ध होगी। आईसीएआर के उप महानिदेशक भूपेंद्र नाथ त्रिपाठी ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि एग्रीनोवेट इंडिया, जो हमारे संस्थानों द्वारा विकसित उत्पादों और प्रौद्योगिकियों के लिए व्यावसायीकरण शाखा है, ने पिछले सप्ताह एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट डॉक्यूमेंट जारी किया। तीन कंपनियों ने पहले ही रुचि दिखाई है। हिसार, हरियाणा में के नेशनल रिसर्च सेंटर ऑन इक्विन्स और इज्जतनगर, यूपी में इंडियन वेटरनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट द्वारा संयुक्त रूप से एक लाइव वैक्सीन विकसित की है, जो वायरस के प्रभाव को कम करती है। यह तपेदिक, खसरा, कण्ठमाला और रूबेला के खिलाफ इस्तेमाल की जाने वाली वैक्सीन के समान है।

read more : शरीर के इस अंग में छिपाकर ड्रग्स की तस्करी करती हैं युवतियां, भारत-बांग्लादेश सीमा पर ऑन डिमांड होती है सप्लाई 

Lumpy skin disease outbreak : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कई राज्य मवेशियों में लंपी वायरस स्किन बीमारी से जूझ रहे हैं और यह बीमारी डेयरी क्षेत्र के लिए चिंता का विषय बनकर उभरी है। इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में आयोजित इंटरनेशनल डेयरी फेडरेशन वर्ल्ड डेयरी समिट 2022 को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने यह जानकारी दी थी। उन्होंने कहा था कि हाल के दिनों में भारत के कई राज्यों में इस बीमारी के कारण पशुधन का नुकसान हुआ है। लंपी वायरस एक संक्रामक वायरल बीमारी है जो मवेशियों के लिए खतरनाक साबित हो रही है। जिस प्रकार इंसानों में कोरोना फैला था उसी तरह पशुओं में खासतौर पर गायों में लंपी संक्रामक बीमारी फैली है। इससे कई राज्यों में गायों की मौत हो रही है। यह रोग मच्छरों, मक्खियों, ततैयों आदि द्वारा मवेशियों के सीधे संपर्क में आने और दूषित भोजन और पानी के जरिए से फैलता है। पशुओं में लंपी स्किन रोग नामक खतरनाक बीमारी ने पशुपालक किसानों की समस्या बढ़ा दी है।

और भी लेटेस्ट और बड़ी खबरों के लिए यहां पर क्लिक करें