आईटीबीपी ने एलएसी पर पूर्वी कमान के नेतृत्व के लिए पहले अधिकारी की नियुक्ति की

आईटीबीपी ने एलएसी पर पूर्वी कमान के नेतृत्व के लिए पहले अधिकारी की नियुक्ति की

आईटीबीपी ने एलएसी पर पूर्वी कमान के नेतृत्व के लिए पहले अधिकारी की नियुक्ति की
Modified Date: November 29, 2022 / 08:07 pm IST
Published Date: October 21, 2020 10:13 am IST

नयी दिल्ली, 21 अक्टूबर (भाषा) चीन से लगती वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) की पहरेदारी का दायित्व निभाने वाली भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) ने हाल में गठित गुवाहाटी आधारित नयी पूर्वी कमान के नेतृत्व के लिए अपने पहले अधिकारी की नियुक्ति की है।

यह कमान संबंधित क्षेत्र में सीमा पर बटालियनों की तैनाती का काम देखती है।

बल ने मंगलवार को जारी एक आदेश में कहा कि दिल्ली स्थित आईटीबीपी मुख्यालय में पदस्थ अतिरिक्त महानिदेशक अमृत मोहन प्रसाद का तबादला कर उन्हें पूर्वी कमान के अतिरिक्त महानिदेशक के रूप में तैनात किया गया है।

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पीटीआई-भाषा के पास उपलब्ध विवरण के अनुसार यह कमान अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम और असम में चीन से लगती एलएसी और लखनऊ (पूर्वी) तथा लिकाबली, तेजपुर, डिब्रूगढ़, गंगटोक तथा अन्य स्थानों पर स्थित सेक्टर कार्यालयों में तैनात आईटीबीपी की बटालियनों से संबंधित दायित्व देखती है।

असम की राजधानी गुवाहाटी आधारित यह कमान छत्तीसगढ़ में नक्सल रोधी अभियानों में तैनात आईटीबीपी की बटालियनों का प्रबंध कार्य भी देखती है।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कमान को संचालित करने के लिए पूर्व में कुछ अधिकारियों, उप-अधिकारियों और प्रशासनिक स्टाफ को पदस्थ किया गया था, लेकिन शीर्ष अधिकारी की पदस्थापना में विलंब हो गया।

पर्वतीय इलाकों में युद्ध लड़ने में प्रशक्षित बल ने इसी तरह जून में चंडीगढ़ आधारित अपनी पश्चिमी कमान के नेतृत्व के लिए महानिरीक्षक स्तर के एक अधिकारी की नियुक्ति की थी। यह कमान लद्दाख, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में एलएसी पर तैनात बटालियनों का नियंत्रण देखती है।

केंद्र सरकार ने पिछले साल अक्टूबर में अतिरिक्त महानिदेशक स्तर के अधिकारी के नेतृत्व वाली दो कमानों के गठन को मंजूरी दी थी जिससे कि पूर्वी मोर्चे पर लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक बल की लगभग 35-38 बटालियनों को बेहतर ढंग से संचालित किया जा सके।

बर्फ से ढके रहनेवाले इस मोर्चे पर आईटीबीपी की सुरक्षा चौकियां 9,000 से लेकर 18,700 फुट तक की ऊंचाई पर स्थित हैं।

इससे पूर्व, सीमा पर तैनात बल की बटालियनों का नेतृत्व महानिरीक्षक स्तर के अधिकारियों के पास था।

भाषा

नेत्रपाल पवनेश

पवनेश


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