आईटीबीपी ने गश्ती दलों की मदद के लिए श्वानों की एक नई इकाई बनाई

आईटीबीपी ने गश्ती दलों की मदद के लिए श्वानों की एक नई इकाई बनाई

आईटीबीपी ने गश्ती दलों की मदद के लिए श्वानों की एक नई इकाई बनाई
Modified Date: November 29, 2022 / 08:14 pm IST
Published Date: September 3, 2020 1:37 pm IST

नयी दिल्ली, तीन सितम्बर (भाषा) भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) ने ऐसे श्वानों की एक नई इकाई बनाई है, जिन्हें बल की गश्ती टीमों पर हमला होने की स्थिति में दुश्मन के सैनिकों से निपटने के वास्ते चार के समूह में काम करने के लिए प्रशिक्षित किया गया है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि लगभग आधा दर्जन श्वानों के पहले बैच ने हाल ही में चंडीगढ़ के पास भानु में एक आईटीबीपी अकादमी में सफल प्रशिक्षण पूरा किया और श्वानों को अब अर्धसैनिक बल के विभिन्न ‘‘महत्वपूर्ण और संवेदनशील’’ अड्डों पर भेजा जा रहा है, जिसमें चीन के साथ लगती वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) भी शामिल हैं।

आईटीबीपी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘इन श्वानों को चार के समूह में हमला करने के लिए प्रशिक्षित किया गया है जिसका मतलब है कि गश्त के दौरान यदि सैनिकों पर कोई आतंकवादी या कोई अन्य तत्व हमला करता है तो दुश्मन को निशाना बनाने के लिए चार श्वान मिलकर काम करेंगे।’’

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अधिकारी ने दावा किया कि पहाड़ी-युद्ध में प्रशिक्षित आईटीबीपी ऐसा पहला बल है जिसके पास इस तरह की श्वान इकाई है।

उन्होंने कहा, ‘‘इस नई इकाई के श्वानों को ट्रैक करने, पीछा करने, हमला करने और लक्ष्य को हासिल करने का प्रशिक्षण दिया जाता है।’’

उन्होंने कहा कि यह श्वान दस्ता अंधेरे में भी काम कर सकता है क्योंकि उनके सूंघने की शक्ति ‘‘बहुत मजबूत’’ होती है।

अधिकारी ने कहा कि इस नई इकाई की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए, एक श्वान के लिए दो ‘हैंडलर’ तैनात किये जायेगे।

भाषा

देवेंद्र नरेश

नरेश


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