तिरुवनंतपुरम, चार अक्टूबर (भाषा) केरल में सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्सुनिस्ट पार्टी (माकपा) ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि राज्य में कट्टरपंथी विचारधारा के आधार पर अल्पसंख्यकों की गोलबंदी करने के लिए कांग्रेस की सहयोगी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल), एसडीपीआई और जमात-ए-इस्लामी ने हाथ मिला लिया है।
माकपा के राज्य सचिव एम.वी.गोविंदन ने यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि तीन दलों के इस कदम का केरल की राजनीति पर दूरगामी असर होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि तीनों दल राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मजबूत होने के लिए अनुकूल परिस्थितियां पैदा कर रहे हैं।
गोविंदन ने कहा, ‘‘वे अब अल्पसंख्यकों को कट्टरपंथी मान्यताओं के आधार पर संगठित करने के लिए सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) की विचारधारा को लागू कर रहे हैं। इस कदम के जरिये वे केरल में भाजपा को पैठ बनाने के लिए आदर्श स्थिति उत्पन्न कर रहे हैं।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि आईयूएमएल, एसडीपीआई और जमात-ए-इस्लामी गत संसदीय चुनाव के बाद से सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की दिशा में काम कर रहे हैं और वे ये गतिविधियां जारी रखे हुए हैं।
गोविंदन ने चेतावनी दी कि इन संगठनों के कदमों से अल्पसंख्यक समुदाय के भीतर लोकतांत्रिक आंदोलन और प्रतिरोध का ह्रास हो सकता है।
भाषा धीरज माधव
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