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Terrorist attack on J&K Rajouri army camp: जम्मू-कश्मीर के राजौरी सेना कैंप पर आतंकी हमला, गोलीबारी में दो लोगों की मौत

Attack on J&K Rajouri army camp: जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में शुक्रवार सुबह एक सैन्य शिविर के बाहर गोलीबारी की घटना में...

Edited By :   Modified Date:  December 16, 2022 / 10:29 PM IST, Published Date : December 16, 2022/9:03 pm IST

राजौरी/जम्मू। Attack on J&K Rajouri army camp: जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में शुक्रवार सुबह एक सैन्य शिविर के बाहर गोलीबारी की घटना में दो आम नागरिकों की मौत हो गई और एक अन्य घायल हो गया। इस घटना के बाद स्थानीय लोग सड़कों पर उतर आए और घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की। सेना ने एक ट्वीट में कहा कि कुछ ‘अज्ञात आतंकवादियों’ ने शिविर पर गोलीबारी कर दी, वहीं चश्मदीदों ने दावा किया कि गेट पर तैनात एक संतरी ने स्थानीय लोगों पर गोलियां चलाईं। हालांकि बाद में सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस घटना को ‘‘अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण’’ करार दिया और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया।

पुलिस उपमहानिरीक्षक हसीब मुगल ने संवाददाताओं से कहा, ‘सुबह की घटना के संबंध में प्राथमिकी दर्ज की गई है। हम पेशेवर तरीके से निष्पक्ष जांच का आश्वासन देते हैं। पुलिस गोलीबारी के बाद सबसे पहले घटनास्थल पर पहुंची और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया।’ पुलिस ने कहा कि राजौरी निवासी कमल कुमार और सुरिंदर कुमार की मौत हो गई तथा उत्तराखंड निवासी अनिल कुमार घायल हो गया। इसने कहा कि जान गंवाने वाले दोनों युवकों की उम्र लगभग 30 साल थी।

घटना के बाद, स्थानीय लोगों ने शवों को लेकर जम्मू-पुंछ राष्ट्रीय राजमार्ग को लगभग सात घंटे तक जाम रखा और मामले की जांच तथा पीड़ित परिवारों को पर्याप्त मुआवजा देने की मांग की। प्रशासन, सेना और पुलिस के अधिकारियों द्वारा प्राथमिकी दर्ज करने सहित कार्रवाई का आश्वासन दिए जाने के बाद ही वे शांत हुए। मुगल ने कहा कि शवों को पोस्टमॉर्टम और अन्य कानूनी औपचारिकताओं के लिए राजौरी सरकारी मेडिकल कॉलेज ले जाया गया है।

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पुलिस ने कहा कि गोलीबारी सुबह करीब सवा छह बजे तब हुई जब ‘पोर्टर’ के रूप में काम करने वाले लोगों का एक समूह जम्मू से करीब 150 किलोमीटर दूर राजमार्ग पर स्थित शिविर के ‘अल्फा’ गेट की ओर आ रहा था। हालांकि सेना ने दावा किया कि ‘अज्ञात आतंकवादियों’ ने शिविर पर गोलीबारी शुरू कर दी और जवाबी गोलीबारी में दो लोग मारे गए, वहीं चश्मदीदों ने इससे इनकार किया और संतरी द्वारा अकारण गोलीबारी किए जाने का आरोप लगाया। राजौरी के उपायुक्त विकास कुंडल, 25-इन्फैंट्री डिवीजन के डिप्टी जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) ब्रिगेडियर एस मलिक और उपमहानिरीक्षक मुगल ने अन्य अधिकारियों के साथ प्रदर्शनकारियों को शांत कराया। प्रदर्शनकारियों ने राजमार्ग को अवरुद्ध करने के लिए टायर जलाए और शिविर पर पथराव भी किया।

Attack on J&K Rajouri army camp: कुंडल ने जहां प्रदर्शनकारियों को मजिस्ट्रेट जांच का आश्वासन दिया, वहीं मलिक ने कहा कि सेना जांच में पूरा सहयोग करेगी। उपायुक्त ने घटना की मजिस्ट्रेट जांच का आश्वासन देने के अलावा यह भी कहा कि नियमों के अनुसार मृतकों के परिजनों को अनुग्रह राशि दी जाएगी। कुंडल को प्रदर्शनकारियों से यह कहते हुए सुना गया, ‘मृतकों के परिजनों को रोजगार देने की मांग पर विचार किया जाएगा।’ ब्रिगेडियर मलिक ने इस घटना को ‘‘अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण’’ करार दिया और कहा कि दोषी पाए जाने वालों को कानून के मुताबिक सजा दी जाएगी। मलिक ने प्रदर्शनकारियों से कहा, ‘सेना जांच में पुलिस की पूरी मदद करेगी। जहां तक ​​पीड़ित परिवारों को मुआवजे की बात है, हम उनकी मदद करेंगे क्योंकि सेना यहां लोगों की मदद और सुरक्षा के लिए है।’ अधिकारियों ने कहा कि हालांकि राजमार्ग को फिर से खोल दिया गया है, लेकिन नगर में स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है।

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Firing outside Army camp in J&K Rajouri :  इससे पहले दिन में, सेना की व्हाइट नाइट कोर ने अपने आधिकारिक हैंडल से एक ट्वीट में कहा, ‘राजौरी में सुबह के समय सैन्य अस्पताल के पास अज्ञात आतंकवादियों द्वारा की गई गोलीबारी में दो व्यक्तियों की मौत हुई है। पुलिस, सुरक्षाबलों और नागरिक प्रशासन के अधिकारी स्थल पर हैं।’ पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा, ‘दुखद है कि सेना की कथित गोलीबारी के कारण दो निर्दोष लोगों की जान चली गई। दोषियों को दंडित करने और न्याय सुनिश्चित करने के लिए निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए।’ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष रविंद्र रैना ने कहा कि वह इस मुद्दे को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के समक्ष उठाएंगे। उन्होंने पीड़ित परिवारों को घटना की निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा, ‘यह एक गंभीर घटना है और मैंने संबंधित सेना, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से बात की है जिन्होंने आश्वासन दिया है कि इसकी जांच की जाएगी और दोषियों को दंडित किया जाएगा।’

 

 
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