JNU विवाद : WhatsApp चैट के आधार पर पुलिस कर रही जांच, ‘यूनिटी अगेंस्ट लेफ्ट’के सदस्य संदेह के घेरे में

JNU विवाद : WhatsApp चैट के आधार पर पुलिस कर रही जांच, ‘यूनिटी अगेंस्ट लेफ्ट’के सदस्य संदेह के घेरे में

JNU विवाद : WhatsApp चैट के आधार पर पुलिस कर रही जांच, ‘यूनिटी अगेंस्ट लेफ्ट’के सदस्य संदेह के घेरे में
Modified Date: November 29, 2022 / 08:25 pm IST
Published Date: January 11, 2020 11:58 am IST

नई दिल्ली । जवाहरलाल विश्विद्यालय में हुई हिंसा मामले में कार्रवाई करते हुए दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम नेतीन दर्जन लोगों की पहचान की है। ‘यूनिटी अगेंस्ट लेफ्ट’ नाम के व्हाट्सएप ग्रुप से संदिग्ध लोगों की पहचान हुई है। 60 सदस्यों वाले इस ग्रुप का एडमिन कथित तौर पर एबीवीपी का कार्यकर्ता योगेन्द्र भारद्वाज बताया जा रहा है। जिन 37 छात्रों की पुलिस ने पहचान की है, उनमें से 10 लोग बाहरी हैं, जिनका जेएनयू से कोई लेना देना नहीं है ।

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दिल्ली पुलिस के मुताबिक ‘यूनिटी अगेंस्ट लेफ्ट’ व्हाट्सएप ग्रुप आनन-फानन में बनाया गया था और हिंसा में इस ग्रुप के लोगों की भूमिका की जांच पुलिस कर रही है। इससे पहले शुक्रवार को दिल्ली पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जेएनयू में हिंसा भड़काने में 9 लोगों के संलिप्त होने की बात कही थी।

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पुलिस ने जिन लोगों के नाम बताए गए थे, उनमें जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष समेत वामपंथी छात्र संगठनों से जुड़े लोग शामिल हैं। वामपंथी छात्रों पर आरोप है कि उन्होंने 5 जनवरी को यूनिवर्सिटी में हुई हिंसा के पहले सर्वर में तोड़-फोड़ की थी। जिसके चलते यूनिवर्सिटी में हिंसा भड़की। पुलिस ने हिंसा के सबूत के तौर पर कई तस्वीरें भी पेश कीं।


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