नयी दिल्ली, 16 अप्रैल (भाषा) जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के कई विद्यार्थियों ने यौन उत्पीड़न की शिकायत पर कार्रवाई नहीं करने समेत अन्य मांगों की उपेक्षा को लेकर प्रशासन के खिलाफ मंगलवार को हड़ताल में शिरकत की।
हड़ताल के बीच सामाजिक विज्ञान, भौतिक विज्ञान, अंतरराष्ट्रीय अध्ययन संस्थान, कला और सौंदर्यशास्त्र संस्थान तथा कंप्यूटर विज्ञान समेत विभिन्न विभागों की कक्षाएं बाधित रहीं।
हड़ताल का आह्वान जेएनयू छात्र संघ (जेएनयूएसयू) ने किया था जिसने यौन उत्पीड़न की घटना की जल्दी जांच कराने और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
जेएनयू की एक छात्रा ने 31 मार्च को प्रशासन को एक शिकायत देकर आरोप लगाया था कि विश्वविद्यालय के दो पूर्व विद्यार्थियों समेत चार लोगों ने उस पर उस वक्त आपत्तिजनक टिप्पणियां कीं जब वह जेएनयू रिंग रोड पर टहल रही थी।
छात्र संघ ने पीड़िता को कथित रूप से धमकाने के प्रयासों के मद्देनजर उसकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जरूरी कदम उठाने की भी विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग की थी।
छात्र संघ ने शनिवार को कहा था कि अगर कुलपति 15 अप्रैल तक विद्यार्थियों की चिंता का निदान करने में नाकाम रहती हैं तो जेएनयूएसयू विश्वविद्यालय में पूर्ण हड़ताल करेगा।
छात्र संघ ने अपनी मांगों की एक सूची भी जारी की है जिसमें अब रद्द कर दी गई ‘‘यौन उत्पीड़न के खिलाफ लैंगिंक संवेदीकरण समिति’’ (जीएससीएएसएच) को बहाल करना और विद्यार्थियों से संबंधित फैसले लेने वाली सभी समितियों की बैठक में जेएनयूएसयू को बुलाना शामिल है।
भाषा नोमान अविनाश
अविनाश
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