दोनों सदनों में पेश हुई वक्फ संशोधन विधेयक की JPC रिपोर्ट.. असदुद्दीन ओवैसी ने बिल को बताया असंवैधानिक, 10 मार्च तक के लिए कार्यवाही स्थगित

Asaduddin Owaisi on JPC Report : संसद में बजट सत्र के पहले चरण के आखिरी दिन वक्फ बिल पर जेपीसी रिपोर्ट को लेकर जमकर हंगामा हुआ।

  •  
  • Publish Date - February 13, 2025 / 04:30 PM IST,
    Updated On - February 13, 2025 / 04:33 PM IST

Asaduddin Owaisi on JPC Report

HIGHLIGHTS
  • संसद में बजट सत्र के पहले चरण के आखिरी दिन वक्फ बिल पर जेपीसी रिपोर्ट को लेकर जमकर हंगामा हुआ।
  • वक्फ संसोधन बिल पर जेपीसी की रिपोर्ट पेश होने के बाद एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी का बड़ा बयान सामने आया है।
  • असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, "...यह विधेयक न केवल असंवैधानिक है और संविधान के अनुच्छेद 14, 15 और 29 का उल्लंघन करता है।

नई दिल्ली। Asaduddin Owaisi on JPC Report : संसद में बजट सत्र के पहले चरण के आखिरी दिन वक्फ बिल पर जेपीसी रिपोर्ट को लेकर जमकर हंगामा हुआ। वक्फ संसोधन बिल पर जेपीसी की रिपोर्ट पहले राज्यसभा फिर लोकसभा में पेश की गई। राज्यसभा में बीजेपी सांसद मेधा कुलकर्णी ने यह रिपोर्ट पेश की। हालांकि, इसके बाद ही विपक्षी सांसदों ने नारेबाजी शुरू कर दी। इससे सदन की कार्यवाही रोकनी पड़ी। नया इनकम टैक्स बिल भी संसद में पेश हुआ। दोनों बिल के पेश होते ही विपक्ष ने नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद सदन 10 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया गया। वक्फ संसोधन बिल पर जेपीसी की रिपोर्ट पेश होने के बाद एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी का बड़ा बयान सामने आया है।

read more : JPC Report on Waqf Amendment Bill Parliament : दोनों सदनों में पेश हुई वक्फ संशोधन विधेयक की JPC रिपोर्ट.. विपक्ष ने जमकर किया हंगामा, मल्लिकार्जुन ने बताया ‘फर्जी रिपोर्ट’ 

वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 पर जेपीसी की रिपोर्ट पर, जो लोकसभा अध्यक्ष को सौंपी गई है, समिति के सदस्य और एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी कहते हैं, “आज, लोकसभा सांसदों का एक समूह, जिसमें ए राजा, कल्याण बनर्जी, इमरान मसूद, मोहम्मद जावेद, गौरव गोगोई और मैं शामिल थे, अध्यक्ष से मिलने गए। हमने उन्हें बताया कि हमारे असहमति नोटों के कई पृष्ठ और पैराग्राफ जेपीसी रिपोर्ट से हटा दिए गए हैं। वह इतने दयालु थे कि उन्होंने महासचिव से कहा कि वे हमारे असहमति नोटों में से वह सब कुछ शामिल करें जो नियमों के अनुसार हो… बाद में, हम संसदीय पुस्तकालय में बैठे और रिपोर्ट में अधिकांश हटाए गए पृष्ठों को शामिल किया, समिति के कामकाज पर संदेह व्यक्त करने वाले पैराग्राफ को शामिल नहीं किया गया क्योंकि वे नियमों के विरुद्ध थे…”

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, “…यह विधेयक न केवल असंवैधानिक है और संविधान के अनुच्छेद 14, 15 और 29 का उल्लंघन करता है, बल्कि यह वक्फ को बचाने के लिए नहीं बल्कि इसे बर्बाद करने और मुसलमानों से इसे छीनने के लिए है…हम इस विधेयक की निंदा करते हैं…अध्यक्ष ने आश्वासन दिया है कि सांसदों की असहमति रिपोर्टों के 70% संपादित संस्करण शामिल किए जाएंगे…”

मल्लिकार्जुन खरगे ने बताया फर्जी रिपोर्ट

मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि समिति में शामिल विपक्षी सदस्यों ने ‘डिसेंट नोट’ दिए थे लेकिन उन्हें रिपोर्ट से निकाल दिया गया है। उन्होंने कहा, सिर्फ बहुमत सदस्यों के विचारों को रखकर उसे बुलडोज करना, ठीक नहीं है। यह निंदनीय है। यह लोकतंत्र-विरोधी है और प्रक्रियाओं के विरुद्ध है। उन्होंने कहा कि दूसरी महत्वपूर्ण बात ये है कि समिति में गैर-हितधारकों के भी बयान दर्ज किए गए।

उन्होंने इसे ‘फर्जी रिपोर्ट’ करार देते हुए कहा कि इसे वापस लिया जाना चाहिए और समिति को वापस भेजा जाना चाहिए। खरगे ने कहा कि जहां तक बाद हंगामे की है तो उच्च सदन के सदस्य व्यक्तिगत कारणों से नहीं बल्कि एक समुदाय के साथ हो रहे अन्याय के कारण प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा, यह किसी एक व्यक्ति के बारे में नहीं है। ये सदस्य अपने लिए प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं, वे उस समुदाय के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं जिसके खिलाफ अन्याय किया जा रहा है।

1. असदुद्दीन ओवैसी ने वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 के बारे में क्या कहा?

असदुद्दीन ओवैसी ने वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 को असंवैधानिक बताते हुए कहा कि यह संविधान के अनुच्छेद 14, 15 और 29 का उल्लंघन करता है। उन्होंने कहा कि यह विधेयक वक्फ को बचाने के लिए नहीं, बल्कि मुसलमानों से इसे छीनने के लिए है।

2. जेपीसी रिपोर्ट में असहमति नोटों को लेकर क्या विवाद हुआ?

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि जेपीसी रिपोर्ट में उनके असहमति नोटों के कई पृष्ठ और पैराग्राफ हटा दिए गए थे। वे लोकसभा अध्यक्ष से मिले और उन्होंने रिपोर्ट में इन हटाए गए पृष्ठों को फिर से शामिल करने की अपील की, जिसे बाद में संसदीय पुस्तकालय में किया गया।

3. वक्फ (संशोधन) विधेयक पर विपक्ष का क्या रुख था?

विपक्ष ने वक्फ (संशोधन) विधेयक और जेपीसी रिपोर्ट के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उनका आरोप था कि उनकी असहमति को रिपोर्ट में उचित तरीके से शामिल नहीं किया गया और यह विधेयक संविधान के खिलाफ है।

4. जेपीसी रिपोर्ट पर क्या बदलाव किए गए थे?

असदुद्दीन ओवैसी के मुताबिक, जेपीसी रिपोर्ट से उनके असहमति नोटों के अधिकांश हिस्से हटा दिए गए थे, जिनमें उन पर शक करने वाले पैराग्राफ भी शामिल थे। उन्होंने यह भी कहा कि अध्यक्ष ने आश्वासन दिया था कि इन संपादित हिस्सों को फिर से रिपोर्ट में शामिल किया जाएगा।