बेंगलुरु, 28 दिसंबर (भाषा) सत्ताधारी कांग्रेस के कर्नाटक राज्य प्रमुख डी के शिवकुमार ने राज्य में छात्रसंघ चुनाव कराने की प्रक्रिया तथा तौर-तरीकों का अध्ययन करने और एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए पार्टी नेताओं की एक समिति का गठन किया है।
शिवकुमार राज्य के उपमुख्यमंत्री भी हैं। उन्होंने हाल ही में संविधान दिवस के एक कार्यक्रम के दौरान कर्नाटक में छात्रसंघ चुनावों को फिर से शुरू करने की योजनाओं के बारे में बात की थी, जिसके बारे में उन्होंने कहा था कि इससे परिसरों में राजनीतिक नेतृत्व का निर्माण होगा।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री शरण प्रकाश पाटिल को नौ सदस्यीय समिति का संयोजक नियुक्त किया गया है, जिसमें उच्च शिक्षा मंत्री सुधाकर, विधायक, विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) और युवा कांग्रेस और ‘नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया’ (एनएसयूआई) के राज्य अध्यक्ष शामिल हैं।
शिवकुमार ने 27 दिसंबर को लिखे एक पत्र में कहा कि समिति को 15 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट और सिफारिशें प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है।
उन्होंने कहा, ‘छात्रसंघों के चुनाव कराने से छात्रों के बीच लोकतांत्रिक प्रतिनिधित्व को बढ़ावा मिलता है। पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा व्यक्त किए गए विचारों के आधार पर कि इससे शैक्षणिक अनुशासन बनाए रखने और छात्रों में नेतृत्व गुणों को विकसित करने में मदद मिलती है, कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) ने छात्र संघों के चुनाव कराने पर विचार किया है।’
केपीसीसी प्रमुख ने कहा कि समिति का गठन वर्तमान परिस्थितियों और ऐसे चुनाव कराने की व्यवहार्यता के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के उद्देश्य से किया जा रहा है और समिति को सिफारिशों सहित एक व्यापक रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी।
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शुभम रंजन
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