बेंगलुरु, 26 नवंबर (भाषा) कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस पूरी तरह एकजुट है और उसका ध्यान 2028 के विधानसभा तथा 2029 के लोकसभा चुनावों पर केंद्रित है।
उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब 20 नवंबर को कांग्रेस सरकार का आधा कार्यकाल पूरा होने के बाद दल के भीतर सत्ता को लेकर खींचतान की अटकलें तेज हो गई हैं।
शिवकुमार मुख्यमंत्री बदलने की अटकलों के बीच राहुल गांधी से मिले कथित संदेश पर खुलकर कुछ कहने से बच रहे हैं, हालांकि उन्होंने संकेत दिया कि वह आने वाले दिनों में पार्टी आलाकमान से मिलने दिल्ली जा सकते हैं।
किसी भी भ्रम या गुटबाजी की बात को नकारते हुए शिवकुमार ने कहा, “…किसी को भी कोई मांग नहीं रखनी चाहिए। पार्टी में कोई गुट नहीं है, सिर्फ एक ही गुट है-कांग्रेस। हमारे साथ 140 विधायक हैं।”
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर “भ्रम फैलाने की कोशिश” करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि सत्ताधारी पार्टी को विपक्ष को ऐसा मौका नहीं देना चाहिए।
उन्होंने कहा, “वे बेवजह टिप्पणियां कर रहे हैं। हम सभी 140 लोग एकजुट हैं। कोई हमें हिला नहीं सकता। मुझे किसी का प्रस्ताव नहीं चाहिए… मैं जन्म से ही कांग्रेसी हूं।”
राहुल गांधी द्वारा व्यक्तिगत संदेश भेजे जाने की खबरों पर उपमुख्यमंत्री ने कहा, “राहुल गांधी ने मुझसे क्या कहा है, यह मीडिया में चर्चा करने की बात नहीं है। मुझे इस बारे में कुछ कहने की जरूरत नहीं है।”
शिवकुमार ने कहा, ‘‘पार्टी का लक्ष्य 2028 में कर्नाटक और 2029 में देश स्तर पर जीत हासिल करना है। राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाना है। हम इसी दिशा में काम कर रहे हैं।”
ढाई साल बाद मुख्यमंत्री बदलने से संबंधित कथित समझौते पर टिप्पणी से बचते हुए उन्होंने कहा, ‘‘पार्टी के मुद्दों पर चर्चा बंद कमरों में होगी। मैं किसी भी राजनीतिक विषय पर मीडिया में चर्चा नहीं करूंगा।”
उन्होंने बताया कि वह जल्द ही दिल्ली जाकर पार्टी नेतृत्व से मुलाकात कर सकते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘आज संविधान दिवस था, मैं नहीं जा सका। कल कैबिनेट बैठक है। उसके बाद जरूरत पड़ी तो मैं निश्चित रूप से समय मांगूंगा।”
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि विधान परिषद की चार सीटों को अंतिम रूप देना, केपीसीसी न्यास का पुनर्गठन और पार्टी की संपत्तियों पर वरिष्ठ नेताओं से चर्चा करना उनकी प्राथमिकता है।
वरिष्ठ मंत्री सतीश जरकीहोली से मुलाकात पर उन्होंने कहा कि दोनों ने राजनीतिक रणनीति और पार्टी को मजबूत करने पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि वह जमीर अहमद खान, के.एच. मुनियप्पा और प्रियंक खरगे जैसे अन्य वरिष्ठ नेताओं से भी लगातार मिल रहे हैं।
शिवकुमार ने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि पार्टी कर्नाटक में सत्ता में बनी रहे और 2029 के लोकसभा चुनावों के बाद राहुल गांधी देश के प्रधानमंत्री बनें।”
पार्टी नेताओं द्वारा बुलाई गई रात्रिभोज बैठक के रद्द होने पर उन्होंने कहा कि यह अच्छा हुआ, “वरना गलत संदेश जाता।”
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के कर्नाटक दौरे के बारे में पूछे गए सवाल पर शिवकुमार ने कहा कि खरगे सिर्फ एक शादी में शामिल होने आ रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘यह उनकी कर्मभूमि है, वे आते रहते हैं… इसमें क्या गलत है?”
शिवकुमार ने दावा किया कि उन्हें उन विधायकों की जानकारी नहीं है जो उन्हें मुख्यमंत्री बनाने के लिए दिल्ली जाकर कथित तौर पर समर्थन जता रहे हैं।
उन्होंने कहा, “वे (विधायक) मंत्री पद के आकांक्षी हैं और मुख्यमंत्री द्वारा फेरबदल की बात कहने के बाद प्रयास कर रहे हैं।”
भाषा
खारी अविनाश
अविनाश