नई दिल्ली। यूपी में एक बारात 150 पुलिसवालों की सुरक्षा में निकली, वजह थी कि दलित दूल्हे का घोड़ी पर सवार होना। दूल्हे ने जिला प्रशासन से सुरक्षा की गुहार लगाई थी। इसलिए उसकी बारात को इतनी सुरक्षा दी गई। यहां 80 साल बाद किसी दलित दूल्हे की बारात घोड़ी पर निकली। अभी तक इस गांव में दलितों को घोड़ी चढ़ने की अनुमति नहीं थी।
मामला कासगंज के कोतवाली सिटी के निजामपुर गांव का है। दलित संजय जाटव और दुल्हन शीतल की शादी हुई। अपर पुलिस अधीक्षक पवित्र मोहन त्रिपाठी ने बताया कि गांव में बारात शांति से निकली। दुल्हन की विदाई तक गांव निजामपुर में पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल तैनात रहा और गांव में पुलिस फोर्स तैनात रही।
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हालांकि शादी के दौरान दुल्हन के परिजनों में सवर्णों की धमकी के कारण दहशत भी थी। सवर्ण समाज के ठाकुर जाति के लोगों ने दुल्हन के परिजनों को धमकी भी दी थी। लेकिन 150 से ज्यादा पुलिसकर्मियों ने सुरक्षा का जिम्मा संभाल रखा था। बारात जिन रास्तों से गुजरी वहां घरों की छतों पर भी भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात रहा। एएसपी ने बताया गया कि एक प्लाटून पीएसी के अलावा दो इंस्पेक्टर, 12 एसओ, 12 उपनिरीक्षक, 70 कांस्टेबल एवं 10 महिला कांस्टेबल के अलावा होमगार्ड आदि व पुलिस फ़ोर्स की भारी मात्रा में तैनाती की गई थी।
वेब डेस्क, IBC24