कोच्चि, 22 दिसंबर (भाषा) पुलिस इस साल अप्रैल में मलयालम अभिनेता शाइन टॉम चाको के खिलाफ दर्ज मादक पदार्थ के एक मामले को वापस ले सकती है, क्योंकि रासायनिक विश्लेषण रिपोर्ट में उनके शरीर में कोई नशीला पदार्थ नहीं मिला। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
जिला मादक पदार्थ रोधी विशेष कार्य बल (डीएएनएसएएफ) ने एक गुप्त सूचना के बाद 16 अप्रैल को यहां एक होटल में छापा मारा था। पुलिस को देखकर, चाको, जो कथित तौर पर होटल में थे, मौके से भाग गए।
पुलिस ने मलप्पुरम के अहमद मुर्शाद को हिरासत में लिया, जो होटल में चाको के साथ था। उस पर मादक पदार्थ लेने के आरोप में एनडीपीएस कानून के तहत मामला दर्ज किया गया।
कुछ दिन बाद, चाको पुलिस के सामने पेश हुए, जिसने रासायनिक विश्लेषण के लिए उनके खून और बालों के नमूने लिए।
एर्नाकुलम नॉर्थ पुलिस थाने के एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘हमें हाल में जो रासायनिक विश्लेषण रिपोर्ट मिली, उसमें कहा गया था कि दिए गए नमूने में मादक पदार्थों या नशीले पदार्थों का कोई निशान नहीं मिला। इसलिए, जांच को आगे बढ़ाना मुश्किल होगा।’’
पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 238 (अपराध के सबूत मिटाना) और एनडीपीएस कानून की धारा 27(बी) (किसी भी नशीली दवा या मादक पदार्थ का सेवन) और धारा 29 (उकसाने और आपराधिक साजिश के लिए सजा) के तहत मामला दर्ज किया था।
पुलिस के अनुसार, चूंकि वैज्ञानिक साक्ष्यों से मादक पदार्थों के सेवन की बात साबित नहीं हो सकी, इसलिए साजिश के आरोप को भी साबित करना मुश्किल होगा।
अधिकारी ने कहा, ‘‘हम इस मामले में कानूनी राय ले रहे हैं। ज्यादा संभावना इस बात की है कि हमें मामला बंद करने के लिए अदालत में एक रिपोर्ट दाखिल करनी होगी।’’
घटना के बाद, चाको के रिश्तेदारों ने संवाददाताओं को बताया था कि वह बेंगलुरु में एक नशा मुक्ति कार्यक्रम में शामिल थे।
इस साल अप्रैल में, चाको और चार अन्य को एर्नाकुलम की एक अतिरिक्त सत्र अदालत ने 2015 के एक मादक पदार्थ मामले में बरी कर दिया था।
चाको ने 2010 में सहायक फिल्म निर्देशक के तौर पर अपना करियर शुरू किया था। उन्होंने कई मलयालम फिल्मों में काम किया है।
भाषा वैभव मनीषा
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