चेन्नई, 22 दिसंबर (भाषा) तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन ने आरोप लगाया है कि मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा उनकी पार्टी द्रमुक को वोट देने वाले लोगों के नामों को हटाने का एक ‘‘शॉर्टकट’’ है और उन्होंने प्रतिद्वंद्वी अन्नाद्रमुक का मजाक उड़ाते हुए कहा कि यह ‘‘अमित शाह द्रविड़ मुनेत्र कषगम’’ बन गई है।
भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा नयी शिक्षा नीति के माध्यम से तमिलनाडु पर एक बार फिर हिंदी थोपने के प्रयास के अपने आरोप को दोहराते हुए सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कषगम की युवा इकाई के प्रमुख ने कहा कि अन्य राज्यों ने इस पर सहमति जताई है लेकिन ‘‘हमारे मुख्यमंत्री ने यह स्पष्ट कर दिया है कि यह संभव नहीं है’’, भले ही इसके लिए केंद्र सरकार से 10,000 करोड़ रुपये क्यों न मिलते हों।
उदयनिधि ने तंज कसते हुए कहा कि विपक्ष के नेता ई. के. पलानीस्वामी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के समक्ष ‘‘पूरी तरह आत्मसमर्पण कर दिया है।’’
उन्होंने मुख्य विपक्षी दल का मजाक उड़ाते हुए कहा, ‘‘अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्ना द्रमुक) अब अमित शाह द्रविड़ मुनेत्र कषगम बन गई है।’’
उपमुख्यमंत्री ने रविवार रात यहां एक क्रिसमस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हाल ही में निर्वाचन आयोग के माध्यम से ‘शॉर्टकट’ तरीके से वे एसआईआर लेकर आए और हमारे मुख्यमंत्री (एम के स्टालिन) ने ही सबसे पहले इसके प्रभाव के बारे में बात की थी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘विशेष रूप से अल्पसंख्यकों, महिलाओं और हाशिए पर पड़े वर्गों के वोट लगातार द्रमुक को जा रहे हैं। भाजपा के प्रयासों के बावजूद ये वोट भाजपा को नहीं मिल पाए। इसलिए ऐसे मतदाताओं को खोजने और उनके नाम हटाने के लिए एसआईआर प्रक्रिया शुरू की गई; तमिलनाडु में लगभग 97 लाख वोट मतदाता सूची से हटा दिए गए हैं और अकेले चेन्नई में लगभग 14 लाख वोट हटाए गए हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए यहां एकत्रित हुए लोगों से मेरी अपील है कि वोट देना हमारा अधिकार है और मतदान करना केवल कर्तव्य नहीं है। कृपया जांच लें कि आपका नाम मतदाता सूची में है या नहीं।’’
उदयनिधि ने आरोप लगाया कि ‘‘इतनी साजिश रचने’’ और बिहार में भाजपा की जीत के बाद केंद्रीय मंत्री अमित शाह का कहना है कि उनका अगला निशाना तमिलनाडु है।
भाषा गोला मनीषा
मनीषा