Ladakh Closed Today : आज लद्दाख बंद! लोकसभा चुनाव से पहले उठी ये बड़ी मांग, हजारों लोगों ने केंद्र सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा

Ladakh Closed Today : केंद्र शासित प्रदेश के लिए छठी अनुसूची के तहत राज्य का दर्जा और संवैधानिक सुरक्षा की मांग कर रहे हैं।

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  • Publish Date - February 4, 2024 / 02:02 PM IST,
    Updated On - February 4, 2024 / 02:02 PM IST

Ladakh Closed Today

Ladakh Closed Today : लेह। केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में इस समय का माहौल काफी गरमगर्मी वाला दिखाई दे रहा है। कुछ महीने बाद देश में लोकसभा चुनाव हैं और लद्दाख में इस समय काफी कड़ाके की ठंड भी हो रही है। इस बीच, लद्दाख में विरोध प्रदर्शन भी देखा जा रहा है। दरअसल, ये विरोध राज्य के दर्जे को लेकर विरोध देखा जा रहा है। लद्दाख के लोग राज्य का दर्जा किए जाने की मांग कर रहे हैं। इसके चलते पूरे लद्दाख में बंद जैसी स्थिति देखने को मिली।

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Ladakh Closed Today : लद्दाख के लोग विरोध प्रदर्शन कर केंद्र शासित प्रदेश के लिए छठी अनुसूची के तहत राज्य का दर्जा और संवैधानिक सुरक्षा की मांग कर रहे हैं। लेह एपेक्स बॉडी और कारगिल डेमोक्रेटिक अलायंस द्वारा संयुक्त रूप से विरोध प्रदर्शन आयोजित किया गया है। इस प्रदर्शन में हजारों पुरुष और महिलाएं इस जमा देने वाली ठंड के बावजूद इकट्ठे हुए और लद्दाख के मुख्य शहर लेह में विरोध प्रदर्शन किया।

 

उन्होंने नारे लगाते हुए लद्दाख को राज्य का दर्जाए संविधान की छठी अनुसूची को लागू करनेए लेह और कारगिल जिलों के लिए अलग संसद सीटों की मांग की। बता दें कि लद्दाख बंद की स्थिति ऐसे समय में देखी गई है जब केंद्र सरकार पहले ही लेह एपेक्स बॉडी और कारगिल डेमोक्रेटिक अलायंस के प्रतिनिधियों के साथ एक दौर की बातचीत कर चुकी है। हाल ही में केंद्र ने दूसरे दौर की बातचीत के लिए भी घोषणा की थी।

 

केंद्र ने पहले ही लद्दाख के लोगों की मांगों को पूरा करने के लिए राज्य मंत्री ;गृह मामलेद्ध नित्यानंद राय की अध्यक्षता में एक उच्चाधिकार प्राप्त समिति का गठन किया है। अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद लद्दाख को एक अलग केंद्र शासित प्रदेश के रूप में बनाया गया था। अगस्त 2019 में तत्कालीन जम्मू और कश्मीर राज्य को विभाजित कर दो केंद्र शासित प्रदेशों में बदल दिया गया था। लेकिन दो वर्षों भी नहीं बीते और लेह व कारगिल के लोग विरोध करने लगे।

 

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