ग्रामीणों ने पेड़ से बांधकर युवक को जिंदा जलाया, महिला के इन आरोपों पर ‘कंगारू अदालत’ ने सुनाया था फैसला

महिला के इन आरोपों पर ‘कंगारू अदालत’ ने सुनाया था फैसला! Man burnt alive over 'Kangaroo court' verdict in village

ग्रामीणों ने पेड़ से बांधकर युवक को जिंदा जलाया, महिला के इन आरोपों पर ‘कंगारू अदालत’ ने सुनाया था फैसला
Modified Date: November 29, 2022 / 08:14 pm IST
Published Date: July 10, 2022 3:42 pm IST

गुवाहाटी/मोरीगांव:  ‘Kangaroo court’ verdict असम में नगांव जिले के एक गांव की ‘कंगारू अदालत’ (अवैध अदालत) के फैसला सुनाये जाने के बाद एक व्यक्ति को जिंदा जला दिया गया। व्यक्ति पर एक महिला की हत्या करने का आरोप लगाया गया था। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक लीना डोले ने बताया कि पुलिस ने 35 वर्षीय रंजीत बोरदोलोई को आग के हवाले करने के आरोप में तीन महिलाओं सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि घटना शनिवार रात समागुड़ी पुलिस थाना क्षेत्र के तहत आने वाले बोरलालुनगांव और ब्रह्मपुर बमुनी में हुई।

Read More: शिक्षक बनने का सुनहरा अवसर, देश भर के नवोदय विद्यालयों में निकली बंपर भर्ती, इस तारीख तक कर सकते हैं आवेदन

‘Kangaroo court’ verdict पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कुछ दिन पहले 22 वर्षीय एक महिला का तालाब से शव बरामद होने को लेकर जन सुनवाई तब हुई, जब एक दूसरी महिला ने दावा किया कि वह हत्या की इस घटना की चश्मदीद है। उन्होंने बताया कि उक्त महिला ने कथित तौर पर बोरदोलोई सहित पांच लोगों को महिला की हत्या करते देखा था। अधिकारियों ने बताया कि ग्रामीण आरोपी को उसके घर से खींच कर लाए और एक पेड़ से बांध दिया और इसके बाद जन सुनवाई की गई।

 ⁠

Read More: वैवाहिक जीवन रखना है खुशहाल, तो पति से कभी न बताएं ये 3 बातें 

पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘‘व्यक्ति को पीटा गया और उसके बाद उसे जिंदा जला दिया गया। उसके बाद, ग्रामीणों ने झुलसे हुए शव को दफना दिया।’’ बोरदोलोई ने कथित तौर पर महिला की हत्या का अपराध कबूल किया था। अधिकारी ने बताया, ‘‘ग्रामीणों ने दावा किया कि व्यक्ति ने जादू-टोना करते हुए महिला की हत्या की थी। इसलिए उन्होंने उसे ऐसी ही सजा देने का फैसला किया।’’ कब्र खोद कर शव को निकाल लिया गया है और उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है तथा मामले की जांच जारी है। अधिकारी ने कहा कि शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

Read More: ईशा गुप्ता पर फिर चढ़ा बोल्डनेस का रंग, टाइट ड्रेस पहनकर हुईं ब्रालेस, तस्वीर देख फैंस हुए मदहोश

क्या होती है कंगारू कोर्ट

कंगारू कोर्ट ऐसी अदालत को कहते हैं जहां गैरकानूनी या असंवैधानिक तरीके से किसी को आरोपी मानकर सजा सुना दी जाती है। ऐसी अदालतों में फैसले किसी एक पक्ष की तरफ से लिए जाते हैं। ऐसी कोर्ट में सबूत नहीं बल्कि लोगों के दबाव या भावनाओं के बहाव में फैसले सुनाए जाते हैं। कंगारू कोर्ट गैरकानूनी और अपराध की श्रेणी में आते हैं। सन 2011 में इन अदालतों को गैर कानूनी घोषित किया जा चुका है, फिर भी अब तक इन पर लगाम नहीं लग पाई है।


लेखक के बारे में

"दीपक दिल्लीवार, एक अनुभवी पत्रकार हैं, जिन्हें मीडिया इंडस्ट्री में करीब 10 साल का एक्सपीरिएंस है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक ऑनलाइन समाचार वेबसाइट से की थी, जहां उन्होंने राजनीति, खेल, ऑटो, मनोरंजन टेक और बिजनेस समेत कई सेक्शन में काम किया। इन्हें राजनीति, खेल, मनोरंजगन, टेक्नोलॉजी, ऑटोमोबाइल और बिजनेस से जुड़ी काफी न्यूज लिखना, पढ़ना काफी पसंद है। इन्होंने इन सभी सेक्शन को बड़े पैमाने पर कवर किया है और पाठकों लिए बेहद शानदार रिपोर्ट पेश की है। दीपक दिल्लीवार, पिछले 5 साल से IBC24 न्यूज पोर्टल पर लीडर के तौर पर काम कर रहे हैं। इन्हें अपनी डेडिकेशन और अलर्टनेस के लिए जाना जाता है। इसी की वजह से वो पाठकों के लिए विश्वसनीय जानकारी के सोर्स बने हुए हैं। वो, निष्पक्ष, एनालिसिस बेस्ड और मजेदार समीक्षा देते हैं, जिससे इनकी फॉलोवर की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। काम के इतर बात करें, तो दीपक दिल्लीवार को खाली वक्त में फिल्में, क्रिकेट खेलने और किताब पढ़ने में मजा आता है। वो हेल्दी वर्क लाइफ बैलेंस करने में यकीन रखते हैं।"