बेंगलुरु, 18 दिसंबर (भाषा) बेंगलुरु में अस्पताल ले जाते समय 34 वर्षीय एक मैकेनिक की स्कूटर से गिरकर मौत हो गई। मृतक के परिजनों का आरोप है कि जिस चिकित्सा केंद्र ने उन्हें दिल का दौरा पड़ने की पुष्टि की थी, उसने आवश्यक प्राथमिक उपचार प्रदान नहीं किया जिसके कारण यह हादसा हुआ।
इस घटना से जुड़ा एक सीसीटीवी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में 13 दिसंबर को वेंकटरमनन नामक व्यक्ति को दोपहिया वाहन से गिरने के बाद सड़क पर पड़ा हुआ देखा जा सकता है। इस दौरान उसकी घायल पत्नी रूपा राहगीरों से मदद की गुहार लगाती नजर आ रही है।
परिवार के अनुसार, वेंकटरमनन ने सीने में दर्द की शिकायत की थी, जिसके बाद उसकी पत्नी उन्हें स्कूटर पर बैठाकर तड़के करीब साढ़े तीन बजे बालाजी नगर स्थित एक निजी अस्पताल ले गईं। वहां डॉक्टर के मौजूद न होने के कारण उन्हें इलाज से इनकार कर दिया गया।
इसके बाद वह उन्हें एक अन्य अस्पताल ले गईं, जहां इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (ईसीजी) जांच में वेंकटरमनन को दिल का दौरा पड़ने की पुष्टि हुई। हालांकि, वहां भी उन्हें तुरंत ‘जयदेव इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोवस्कुलर साइंसेज’ रेफर कर दिया गया। परिवार का आरोप है कि इस अस्पताल में भी उन्हें कोई बुनियादी इलाज नहीं दिया गया।
जयदेव अस्पताल जाते समय कथित तौर पर वेंकटरमनन को दोबारा सीने में दर्द हुआ, जिससे दंपति स्कूटर से गिर गए।
सीसीटीवी वीडियो में एक टैक्सी चालक को उनकी मदद के लिए रुकते हुए देखा गया। उसने दोनों को जयदेव अस्पताल पहुंचाया। हालांकि, वहां डॉक्टरों ने वेंकटरमनन को मृत घोषित कर दिया।
बाद में, उनके परिवार ने उनकी आंखें दान कर दीं।
भाषा
प्रचेता नरेश
नरेश