Bihar News | Photo Credit: IBC24
पटना: Bihar News “हमारे वीर जवानों की शहादत को कभी नहीं भुलाया जाएगा” यह शब्द सारण जिले के गडखा स्थित नारायणपुर गांव के हर एक शख्स के दिल से निकलकर आज पूरे देश में गूंजे। दरअसल, ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान की गोलीबारी में बीएसएफ के सब इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज शहीद हो गए, और आज उनका पार्थिव शरीर उनके गांव में पहुंचा।
Bihar News मोहम्मद इम्तियाज की शहादत की खबर सुनकर पूरा गांव सन्न रह गया। इम्तियाज के शरीर को जब उनके घर के पास लाया गया, तो वहां एक ऐसी जन सैलाब उमड़ पड़ी, जिसका कोई हिसाब नहीं था। लोग अपनी आंखों में आंसू और दिल में गर्व लेकर अपने वीर जवान को अंतिम विदाई देने पहुंचे। भीषण गर्मी और तेज धूप के बावजूद, गांववाले और दूर-दूर से आए लोग अपने “मिट्टी के लाल” को श्रद्धांजलि देने में पीछे नहीं रहे।
शहीद इम्तियाज को अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए पटना में भी कई नेताओं ने शोक व्यक्त किया। उनके परिवार के लोग वहां मौजूद थे, और सभी की आंखों में अपने बेटे, भाई और पिता की शहादत का गम था, लेकिन गर्व भी था कि उनका प्रिय व्यक्ति देश की रक्षा करते हुए शहीद हो गया।
नारायणपुर में जब इम्तियाज का शव उनके गांव पहुंचा, तो वहां का माहौल पूरी तरह से भावुक हो गया। हर आंख में आंसू थे, लेकिन हर दिल में गर्व भी था। लोग “भारत माता की जय” और “वंदे मातरम” के नारे लगा रहे थे। उनके शव के पास खड़े हर व्यक्ति के चेहरे पर न केवल ग़म था, बल्कि एक संकल्प भी था कि यह शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी।
#WATCH छपरा, बिहार: BSF के सब-इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज का उनके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया गया।
BSF के सब-इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज 10 मई को जम्मू-कश्मीर के RS पुरा सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से की गई गोलाबारी में ड्यूटी के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए थे। pic.twitter.com/KFpavVFccy
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 12, 2025