Vande Bharat: उमा भारती और साध्वी प्रज्ञा ठाकुर की मुलाकात, हिंदुत्व को बदनाम करने वालों पर बोला हमला, देखें वीडियो

Sadhvi Pragya News: उमा भारती और साध्वी प्रज्ञा ठाकुर की मुलाकात, हिंदुत्व को बदनाम करने वालों पर बोला हमला, देखें वीडियो

  •  
  • Publish Date - August 6, 2025 / 10:48 PM IST,
    Updated On - August 6, 2025 / 10:48 PM IST

Sadhvi Pragya News | Photo Credit: IBC24

HIGHLIGHTS
  • उमा भारती ने साध्वी प्रज्ञा को "मसीहा" और "सहनशीलता की मूर्ति" बताया
  • मालेगांव केस से 17 साल बाद दोषमुक्त हुईं साध्वी से मिलने खुद पहुंचीं उमा

नई दिल्ली: Sadhvi Pragya News दो चेहरे, दोनों प्रखर वक्ता हिंदुत्व के पक्षधर, दोनों बीजेपी से जुड़े, लेकिन कई बार दोनों के बयानों से उनकी ही पार्टी मुश्किल में पड़ जाती है। एक हैं उमा भारती और दूसरी हैं साध्वी प्रज्ञा ठाकुर 17 साल से मालेगांव ब्लास्ट केस में फंसी साध्वी प्रज्ञा के दोषमुक्त होने के बाद जब दोनों भगवा धारी नेत्रियां मिलीं तो सुर्खियां बननी ही थीं।

Read More: Ambikapur News: पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव के घर पर बड़ी सेंधमारी, राजमहल से ये कीमती चीज उड़ा ले गए चोर, CCTV में कैद हुई वारदात

Sadhvi Pragya News 17 साल चले मालेगांव ब्लास्ट केस से बरी होने के बाद पहली बार MP की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती और पूर्व भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा की मुलाकात की तस्वीरों ने पूरे देश का ध्यान खींचा। उमा भारती खुद प्रज्ञा ठाकुर के घर मिलने पहुंची। उमा ने कहा कि मैं बड़ी हूं लेकिन प्रज्ञा को मसीहा मानती हूं। सहनशीलता की मूर्ति हैं प्रज्ञा जो जेल में भी मुस्कुराते मिली थीं और आज भी मुस्कुरा रही हैं। जितनी तपस्या प्रज्ञा ने की है, मैं नहीं कर सकती।

इस मौके पर उमा भारती ने भगवा आतंकवाद और हिंदुत्व को बदनाम करने वालों को भी जमकर आड़े हाथ लिया कहा कि ऐसे लोगों पर अब देशद्रोह का केस चलना चाहिए। अपने लिए उमा के शब्दों को सुन पूर्व सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने भावुक हो गईं, कहा कि उमा दीदी ने कभी साथ ना छोड़ा। जोर से आवाज उठाई जब कोई पुरुष साहस ना दिखा पाया तो दीदी ने साहस दिखाया।

Read More: Union Bank Recruitment: सपनों की नौकरी अब सिर्फ एक कदम दूर, Union Bank में वेल्थ मैनेजर की बंपर भर्तियां, ऐसे करें अप्लाई 

साध्वी प्रज्ञा मालेगांव ब्लास्ट केस में मुख्य साजिश कर्ता आरोपी बनाई गई थीं। 29 सितंबर 2008 को महाराष्ट्र के मालेगांव में एक धमाका हुआ था, जिसमें 6 लोगों की मौत हुई, 100 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। घटना रमजान के महीने में घटी थी, NIA ने मामले की जांच की, 17 साल चली लंबी न्यायिक प्रक्रिया के बाद बीते दिनों अदालत ने प्रज्ञा भारती समेत 7 आरोपियों को, सुबूत के अभाव में दोषमुक्त कर दिया। वैसे, फैसले वाले दिन भी उमा भारती ने, प्रज्ञा भारती की रिहाई पर मिठाइयां बांटकर खुशी मनाई थी, भावुक होकर बधाई दी थी, लेकिन दोनों भी हिंदुत्व को लेकर फायर ब्रांड नेत्री के तौर पर जानी जाती हैं से इन दोनों की मुलाकात के सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं।

मालेगांव ब्लास्ट केस में क्या हुआ था?

2008 में महाराष्ट्र के मालेगांव में एक विस्फोट हुआ था जिसमें 6 लोगों की मौत और 100 से अधिक घायल हुए थे। इस मामले में साध्वी प्रज्ञा समेत 7 लोगों को आरोपी बनाया गया था, जो अब बरी हो चुके हैं।

साध्वी प्रज्ञा को कितने साल बाद क्लीन चिट मिली?

लगभग 17 साल बाद कोर्ट ने सबूतों के अभाव में उन्हें दोषमुक्त कर दिया।

उमा भारती क्यों पहुंचीं साध्वी से मिलने?

साध्वी के बरी होने के बाद उमा भारती ने उन्हें अपनी “छोटी बहन” कहा और उनकी सहनशीलता की तारीफ करते हुए मिलने पहुंचीं।