शिलांग, नौ अगस्त (भाषा) मेघालय में एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) ने एक परामर्श जारी किया है, जिसमें लोगों से आग्रह किया गया है कि वे किसी भी संभावित प्रकोप से निपटने के लिए ‘गिलियन-बैरे सिंड्रोम’ (जीबीएस) के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत अस्पताल में इलाज कराएं।
जीबीएस एक दुर्लभ तंत्रिका तंत्र विकार है जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली तंत्रिका तंत्र पर हमला करती है, जो अक्सर श्वसन संबंधी बीमारियों, गैस्ट्रोएंटेराइटिस, डेंगू या जीका वायरस जैसे संक्रमणों के बाद होता है।
हाल में पुणे में जीबीएस का पता चलने के बाद शुक्रवार रात को यह परामर्श जारी किया गया।
प्रारंभिक लक्षणों में पैरों में कमजोरी, झुनझुनी या सुन्नपन, चलने या सीढ़ियां चढ़ने में कठिनाई, संतुलन या समन्वय की कमी, तथा गंभीर मामलों में सांस लेने, निगलने या बोलने में परेशानी शामिल है और जिसके लिए तत्काल चिकित्सा देखभाल की आवश्यकता होती है।
परामर्श में स्व-चिकित्सा से बचने, स्वच्छता बनाए रखने, दूषित या कच्चे भोजन से दूर रहने और प्रतिरक्षा को मजबूत करने के लिए पौष्टिक भोजन खाने की सलाह दी गई है।
महाराष्ट्र के पुणे में हाल में जीबीएस के प्रकोप ने राज्य और केंद्र दोनों स्तरों पर स्वास्थ्य अधिकारियों के बीच चिंता बढ़ा दी है।
अधिकारियों ने जनता से सतर्क रहने और निवारक उपाय अपनाने का आह्वान किया है।
भाषा
देवेंद्र रंजन
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