तमिलनाडु के राजनीतिक इतिहास का ‘स्वर्णिम अध्याय’ थे एमजीआर : पलानीस्वामी

तमिलनाडु के राजनीतिक इतिहास का ‘स्वर्णिम अध्याय’ थे एमजीआर : पलानीस्वामी

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  • Publish Date - December 24, 2025 / 01:57 PM IST,
    Updated On - December 24, 2025 / 01:57 PM IST

चेन्नई, 24 दिसंबर (भाषा) अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कझगम (अन्नाद्रमुक) के महासचिव एडप्पाडी के पलानीस्वामी ने बुधवार को दिवंगत मुख्यमंत्री और पार्टी के संस्थापक एम जी रामचंद्रन को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की और उन्हें ‘‘तमिलनाडु के राजनीतिक इतिहास का स्वर्णिम अध्याय’’ बताया, जिन्होंने ‘‘गरीबों के दुख को अपना दुख समझा।’’

अभिनेता से नेता बने और एमजीआर के नाम से जाने जाने वाले रामचंद्रन की 38वीं पुण्यतिथि पर अन्नाद्रमुक प्रमुख ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें तमिलनाडु के सामाजिक न्याय, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा के इतिहास को आकार देने वाले एक अद्वितीय पूर्व मुख्यमंत्री के रूप में वर्णित किया।

पलानीस्वामी ने मरीना बीच स्थित एमजीआर के स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए ‘दुष्ट शक्ति द्रमुक’ के शासन को समाप्त करने का संकल्प लिया, जाहिर तौर पर उनका इशारा 2026 के विधानसभा चुनावों की ओर था।

एमजीआर का निधन 24 दिसंबर 1987 को 71 वर्ष की आयु में हुआ था। एमजीआर ने 1977 से 1987 तक मुख्यमंत्री के रूप में शासन किया। उन्हें मध्याह्न भोजन जैसी नीतियों के कारण ‘पुरात्ची थलाइवर’ (क्रांतिकारी नेता) भी कहा जाता है।

इस अवसर पर अन्नाद्रमुक कार्यकर्ताओं ने राज्य में प्रार्थना सभाओं, रक्तदान शिविरों आदि का आयोजन किया।

भाषा तान्या मनीषा शोभना

शोभना