मंत्री प्रियंक खरगे ने ठेकेदार आत्महत्या मामले से उन्हें जोड़ने पर भाजपा की आलोचना की

मंत्री प्रियंक खरगे ने ठेकेदार आत्महत्या मामले से उन्हें जोड़ने पर भाजपा की आलोचना की

मंत्री प्रियंक खरगे ने ठेकेदार आत्महत्या मामले से उन्हें जोड़ने पर भाजपा की आलोचना की
Modified Date: January 2, 2025 / 03:15 pm IST
Published Date: January 2, 2025 3:15 pm IST

बेंगलुरु, दो जनवरी (भाषा) कर्नाटक के मंत्री प्रियंक खरगे ने ठेकेदार सचिन पांचाल आत्महत्या मामले से उनका नाम जोड़े जाने के लिए बृहस्पतिवार को भाजपा नेताओं की आलोचना की और कहा कि उनका इस मामले से कोई संबंध नहीं है।

यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री प्रियंक ने कहा कि सचिन पांचाल और संतोष पाटिल के आत्महत्या मामले पूरी तरह से अलग हैं।

संतोष पाटिल ने 12 अप्रैल, 2022 को उडुपी के एक होटल के कमरे में आत्महत्या कर ली थी। उस समय राज्य में भाजपा की सरकार थी।

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प्रियंक ने कहा, ‘‘संतोष पाटिल ने स्पष्ट रूप से भाजपा सरकार के तत्कालीन ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री के.एस. ईश्वरप्पा का उल्लेख किया था, जबकि पांचाल मामले में सुसाइड नोट में मेरा नाम कहीं नहीं है, लेकिन फिर भी भाजपा एक निराधार मुद्दा उठा रही है।’’

उन्होंने पूछा, ‘‘क्या भाजपा ने पाटिल के परिजनों को मुआवजा दिया या उनके परिवार के सदस्यों को नौकरी दी?’’

मंत्री ने यह भी कहा कि बलात्कार और जातिवादी टिप्पणी के मामलों का सामना कर रहे पूर्व मंत्री मुनिरत्न को अभी तक भाजपा से निष्कासित नहीं किया गया है, जिससे पार्टी की अपने नारे ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ के प्रति गंभीरता पर संदेह पैदा होता है।

सिविल ठेकेदार सचिन पांचाल ने 26 दिसंबर को बीदर जिले में चलती ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली थी। पांचाल ने अपने सुसाइड नोट में प्रियंक खरगे के करीबी राजू कपनूर पर उन्हें यह कदम उठाने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है।

भाषा शफीक अविनाश

अविनाश


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