मीरवाइज नीत हुर्रियत ने कश्मीर में पुलिस हिरासत में युवाओं की मौत पर चिंता जतायी |

मीरवाइज नीत हुर्रियत ने कश्मीर में पुलिस हिरासत में युवाओं की मौत पर चिंता जतायी

मीरवाइज नीत हुर्रियत ने कश्मीर में पुलिस हिरासत में युवाओं की मौत पर चिंता जतायी

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:29 PM IST, Published Date : November 21, 2022/5:04 pm IST

श्रीनगर, 22 नवंबर (भाषा) जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में मुठभेड़ में एक ‘हाइब्रिड आतंकवादी’ के मारे जाने के एक दिन बाद मीरवाइज उमर फारूक नीत हुर्रियत कांफ्रेंस ने कश्मीर में पुलिस हिरासत में हो रही युवाओं की मौत पर सोमवार को चिंता जतायी।

हुर्रियत ने एक बयान जारी करके कहा कि युवाओं/किशोरों को ‘हाइब्रिड आतंकवादी’ का तमगा देना और तानाशाही कानूनों के तहत उन्हें गिरफ्तार करना कश्मीर में सामान्य बातें हो गई हैं।

गौरतलब है कि पुलिस ने रविवार को बताया था कि कुलगाम के शिरपोरा का रहने वाला लश्कर-ए-तैयबा का हाइब्रिड आतंकवादी सजाद अहमद तंत्री उर्फ फुर्कान पुलिस दल के साथ एक ठिकाने की निशानदेही कराने जा रहा था, लेकिन उसी दौरान दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के साथ हुए मुठभेड़ में मारा गया।

पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया था कि फुर्कान को तत्काल अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

‘हाइब्रिड आतंकवादी’ ऐसे लोग हैं जिन्हें आतंकवादियों के रूप में सूचीबद्ध नहीं किया गया है, लेकिन वे इतने कट्टर हो चुके हैं कि जरूरत होने पर आतंकी घटनाओं/वारदातों को अंजाम देते हैं और फिर अपनी सामान्य जिन्दगी में लौट जाते हैं।

हुर्रियत द्वारा जारी बयान के अनुसार, ‘‘हुर्रियत काफ्रेंस युवाओं की सोच-समझकर हिरासत में की जा रही हत्याओं को लेकर चिंतित और दुखी है। इन युवाओं को गिरफ्तार किया जा रहा है और पुलिस हिरासत में ही ‘आतंकवादियों के साथ तथा-कथित मुठभेड़ों’ में उनकी हत्या कर दी जा रही है।’’

तंत्री के मौत का हवाला देते हुए हुर्रियत ने कहा, ‘‘दक्षिण कश्मीर में करीब एक महीने में हिरासत में हुई हत्या का यह दूसरा मामला है… हाइब्रिड आतंकवादी बताया गया दूसरा युवा इमरान बशिर गनी को भी गिरफ्तार किया गया था और बाद में ठिकाने की निशानदेही के लिए ले जाते हुए, इसी तरह उसकी भी हत्या कर दी गई थी।’’

हुर्रियत ने कहा, ‘‘युवाओं को हाइब्रिड आतंकवादी, आतंकवादियों का सक्रिय समर्थक, आतंकवादियों से हमदर्दी रखने वाला बताना और तानाशाही कानूनी के तहत उनकी गिरफ्तारी कश्मीर में सामान्य बात हो गई है।’’

उसने कहा, ‘‘जम्मू-कश्मीर के विभिन्न हिस्सों से हजारों युवाओं (पुरुषों) को इस तरह से गिरफ्तार किया गया है और वे बिना मुकदमे के जेल में सड़ रहे हैं।’’

पुलिस के अनुसार, अनंतनाग के राखमोमेन में 12 नवंबर को हुई गैर-स्थानीय मजदूर की हत्या में भी तंत्री शामिल रहा था।

भाषा अर्पणा माधव

माधव

 

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