लावारिस लाशों का अंतिम संस्कार करने वाले मोहम्मद शरीफ को पद्मश्री सम्मान, पीएम मोदी को बताया फरिश्ता

लावारिस लाशों का अंतिम संस्कार करने वाले मोहम्मद शरीफ को पद्मश्री सम्मान, पीएम मोदी को बताया फरिश्ता

लावारिस लाशों का अंतिम संस्कार करने वाले मोहम्मद शरीफ को पद्मश्री सम्मान, पीएम मोदी को बताया फरिश्ता
Modified Date: November 29, 2022 / 08:31 pm IST
Published Date: January 26, 2020 9:35 am IST

अयोध्या। लावारिस लाशों के अंतिम संस्कार करके चर्चा में रहने वाले राम नगरी अयोध्या के मोहम्मद शरीफ को पद्मश्री सम्मान से नवाजा गया है। शरीफ इस सम्मान से बेहद अभिभूत हैं और कहते हैं, ‘मोदी सरकार ने मेरी सेवाओं की कद्र कर मुझे यह सम्मान दिया है। इस सरकार ने बिना किसी भेदभाव के निर्णय किया है।’ मोहम्मद शरीफ ने कहा कि मैं चाहता हूं कि यह सरकार सत्ता में बनी रहे और जैसी जनहित की योजनाए चला रही है, उसमें और बढ़ोतरी करें।

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मोहम्मद शरीफ ने पद्मश्री सम्मान देने के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया है, उन्होंने कहा कि पीएम मोदी जैसा पूरी दुनिया में कोई इंसान नहीं वह एक फरिश्ते की तरह हैं, जिन्होंने गरीबों के लिए और काम किया है।

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बता दें कि मोहम्मद शरीफ ने पिछले 27 सालों से हिंदू, मुस्लिम, सिख हो या इसाई किसी भी लावारिस लाश को फेंकने नहीं दिया। हिंदू हो तो सरयू घाट पर अंतिम संस्कार और मुस्लिम हो तो कब्रिस्तान में दफन करना रोजमर्रा का काम बन गया है, शरीफ अब तक लगभग 3000 हिन्दू और 2500 मुस्लिम लावारिश शवों का अंतिम संस्कार करवा चुके हैं।

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लावारिस शवों की अंत्येष्टि के पीछे की कहानी कुछ यूं है, शरीफ का एक बेटा मेडिकल सर्विस से जुड़ा था, एक बार वह सुल्तानपुर गया था, जहां उसकी हत्या करके शव को कहीं फेंक दिया गया था। परिजन ने उसे बहुत खोजा, पर लाश नहीं मिली। उसी के बाद शरीफ ने लावारिस शवों को ढूंढ-ढूंढकर उसका अंतिम संस्कार करने का प्रण लिया था। वह कहते हैं, ‘जब तक उनमें जान है, वह लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करते रहेंगे, इस सेवा से उन्हें सुकून मिलता है।

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लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com