MP Renuka Chowdhury on Malegaon Case: 'हिंदू आतंकवादी हो सकते हैं' / Image source: File
नई दिल्ली: MP Renuka Chowdhury on Malegaon Case बहुचर्चित मालेगांव विस्फोट मामले में 17 साल बाद कोर्ट ने अपना फैसला सुना दिया है। कोर्ट ने साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर सहित सभी सातों आरोपियों को बरी कर दिया है। इसके साथ ही विस्फोट के सभी छह पीड़ितों के परिवारों को 2-2 लाख रुपए और सभी घायल पीड़ितों को 50,000 रुपए मुआवजे के रूप में दिए जाने का आदेश दिया है। मालेगांव मामले में कोर्ट का फैसला आते ही सियासी गलियारों से प्रतिक्रिया सामने आने लगी है। मामले में कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी ने ऐसा बयान दे दिया है कि सियासी गलियारे में बवाल मच गया है।
MP Renuka Chowdhury on Malegaon Case रेणुका सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस सरकार में इन लोगों को छूटना ही था। अब छूट गए हैं, देखते हैं कि आगे क्या होता है। ये हमें पहले से ही लग रहा था। यही नहीं रेणुका चौधरी ने कांग्रेस की ओर से हिंदू आतंकवाद जैसी टर्म दिए जाने पर माफी मांगने की बात से भी इनकार किया। यही नहीं उन्होंने कहा कि ऐसा कहने में कोई बुराई नहीं है।
रेणुका ने कहा कि आतंकवाद का कोई मजहब नहीं होता है। जब हम मुस्लिम आतंकवादी कहते हैं तो हिंदू आतंकवाद कहने की मजबूरी हो जाती है। इसीलिए हम आतंकवाद ही कहते हैं। आतंकवादी किसी भी धर्म में हो सकते हैं। हिंदू धर्म में कई तरह के लोग होते हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या हिंदू आतंकवादी हो सकता है? इस पर रेणुका चौधरी ने कहा कि हां, हो सकते हैं। रेणुका चौधरी ने कहा कि आखिर नक्सली कौन हैं? उनका मजहब क्या है? क्या वे आतंकवादी थे? आप उन्हें क्या मानेंगे। रेणुका चौधरी ने कहा कि हिंदू आतंकवादी हो सकता है।
इस मामले में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का भी बयान आया है। उन्होंने कहा कि देश की आम जनभावना यही है कि दोषियों को सजा मिले। आम लोगों को यही लगता है कि जो लोग गलत हैं। उन्हें सजा मिले। यही नहीं उन्होंने कहा कि अमेरिका में जो हो रहा है, शायद उसे दबाने के लिए ऐसा किया गया है। एक खबर को दबाने के लिए नई खबर पैदा की गई है। बता दें कि इस मामले में बरी होते ही साध्वी प्रज्ञा अदालत में ही भावुक हो गईं। उन्होंने रोते हुए कहा कि मेरे ऊपर आतंकवादी का टैग लगाया गया। मेरी पूरी जिंदगी ही बर्बाद हो गई। मैं तो एक संन्यासी थी तो जिंदा रह गई, जबकि हर दिन मर-मर कर मैं जी रही थी।