नीट-यूजी अभ्यर्थियों ने विरोध प्रदर्शन किया, प्रश्नपत्र लीक मामले में निष्पक्ष जांच की मांग
नीट-यूजी अभ्यर्थियों ने विरोध प्रदर्शन किया, प्रश्नपत्र लीक मामले में निष्पक्ष जांच की मांग
नयी दिल्ली, 13 जून (भाषा) राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (नीट) के प्रश्नपत्र के कथित तौर पर लीक होने को लेकर विद्यार्थियों ने बृहस्पतिवार को यहां विरोध प्रदर्शन किया और दोबारा परीक्षा कराने समेत गहन जांच की मांग की।
विद्यार्थियों के एक समूह ने राष्ट्रीय राजधानी में स्थित जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन के दौरान ‘चौबीस लाख छात्र परीक्षा चाहते हैं, घोटाला नहीं’ के नारे लगाए और प्रश्नपत्र लीक मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की।
चार जून को राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) द्वारा राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा-स्नातक (नीट-यूजी) के परिणाम घोषित किए गए थे।
नीट यूजी परीक्षा की अभ्यर्थी कशिश ने कहा, ‘मुझे 670 अंक मिले हैं और मैं अपनी सीट चाहती हूं। हम सभी प्रश्नपत्र लीक मामले की निष्पक्ष जांच चाहते हैं क्योंकि हमने परीक्षा के लिए कड़ी मेहनत की है।’
कशिश ने कहा, ‘कृपांक पर उच्चतम न्यायालय के फैसले से मुझे कोई दिक्कत नहीं है लेकिन कोई भी प्रश्नपत्र लीक के मुद्दे पर ध्यान नहीं दे रहा है जो यहां हर छात्र की प्रमुख मांग है।’
एक अन्य छात्र हर्ष दुबे ने कहा, ‘कोई भी प्रश्नपत्र लीक के बारे में बात नहीं कर रहा है। अगर बिहार में नीट प्रश्नपत्र लीक के बारे में प्राथमिकी दर्ज की गई है तो इसकी जांच होनी चाहिए।’
दूसरी बार केंद्रीय शिक्षा मंत्री का कार्यभार संभालने के बाद पत्रकारों से धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, ‘नीट-यूजी में प्रश्नपत्र लीक का कोई सबूत नहीं है। एनटीए में भ्रष्टाचार के आरोप निराधार हैं।’
उन्होंने कहा, ‘यह बहुत विश्वसनीय संस्था है। यह उच्च शिक्षा स्तर के अलावा प्रतिवर्ष 50 लाख से अधिक स्कूली छात्रों के लिए परीक्षाएं आयोजित करती है।’
उच्चतम न्यायालय ने मंगलवार को कहा कि नीट-यूजी 2024 की पवित्रता प्रभावित हुई है, लेकिन एनटीए ने इस आरोप से इनकार किया है।
भाषा
योगेश संतोष
संतोष

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