नयी दिल्ली, तीन अप्रैल (भाषा) नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ की घटना के बाद दिल्ली डिवीजन से मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) के पद से हटाए गए सुखविंदर सिंह को ‘पटियाला लोकोमोटिव वर्क्स’ में स्थानांतरित कर दिया गया है।
रेलवे बोर्ड द्वारा एक अप्रैल को जारी किये गये आदेश में कहा गया है कि सुखविंदर सिंह को डीआरएम/डीएलआई के पद से मुक्त करने के बाद पटियाला लोकोमोटिव वर्क्स (पीएलडब्ल्यू) में स्थानांतरित किया जाए और इसी कैडर में तैनात किया जाएं।
रेल मंत्रालय ने नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर 15 फरवरी की भगदड़ की घटना में 18 यात्रियों की मौत हो जाने के बाद चार मार्च को चार अलग-अलग आदेश जारी करके पांच अधिकारियों को उनके पद से हटा दिया था।
उनमें सिंह समेत चार अधिकारियों को रेलवे के विभिन्न विभागों और मंडलों में नयी नियुक्ति मिली है।
स्टेशन निदेशक के पद से हटाए गए महेश यादव को नयी दिल्ली स्थित उत्तर रेलवे मुख्यालय में माल परिचालन सूचना प्रणाली (एफओआईएस) में उप मुख्य परिचालन प्रबंधक (डिप्टी सीओएम) के पद पर पुनः नियुक्त किया गया है।
दिल्ली मंडल में यात्री सेवाओं के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक (सीनियर डीसीएम) के पद से हटाए गए दूसरे अधिकारी आनंद मोहन को नयी दिल्ली स्थित उत्तर रेलवे मुख्यालय में कोचिंग के उप मुख्य परिचालन प्रबंधक (डिप्टी सीओएम चग) के पद पर नियुक्त किया गया है।
नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर रेलवे सुरक्षा बल के सहायक सुरक्षा आयुक्त रहे महेश चंद सैनी को उनके स्थानांतरण आदेश के तुरंत बाद कोटा भेज दिया गया।
अतिरिक्त मंडल रेल प्रबंधक (एडीआरएम) के पद से हटाए गए विक्रम सिंह राणा को अभी तक नयी तैनाती नहीं मिली है।
अधिकारियों ने कहा कि इन पदों को ‘दंडात्मक पदस्थापना’ माना जाता है, क्योंकि इनके पास रेल परिचालन में कोई महत्वपूर्ण भूमिका या अधिकार नहीं होता है।
उन्होंने कहा कि जिन लोगों की लापरवाही के कारण यह त्रासदी हुई, उनकी जवाबदेही तय करने के लिए उच्च स्तरीय जांच चल रही है।
यह भगदड़ 15 फरवरी की शाम को उस समय मची थी, जब महाकुंभ मेले में भाग लेने के मकसद से उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जाने वाली ट्रेन पकड़ने के लिए नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी थी।
अधिकारियों ने तब बताया कि भगदड़ में 18 लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए।
भाषा यासिर राजकुमार
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