वर्ष 2015 से टीबी के नये मामलों में 21 प्रतिशत की गिरावट: स्वास्थ्य मंत्रालय
वर्ष 2015 से टीबी के नये मामलों में 21 प्रतिशत की गिरावट: स्वास्थ्य मंत्रालय
नयी दिल्ली, 12 नवंबर (भाषा) केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्ल्यूएचओ) की वैश्विक तपेदिक (टीबी) रिपोर्ट 2025 से पता चला है कि भारत में टीबी के मामलों (प्रत्येक वर्ष सामने आने वाले नये मामले) में 21 प्रतिशत की कमी आई है।
मंत्रालय ने कहा कि 2015 में यह संख्या प्रति लाख जनसंख्या पर 237 थी, जो वर्ष 2024 में घटकर प्रति लाख जनसंख्या पर 187 हो गई।
सरकार ने कहा कि यह कमी वैश्विक स्तर पर देखी गई 12 प्रतिशत की गिरावट की गति से लगभग दोगुनी है।
मंत्रालय ने कहा कि नयी तकनीकों के तेजी से अपनाने, सेवाओं के विकेंद्रीकरण और बड़े पैमाने पर सामुदायिक जागरूकता से प्रेरित देश का उपचार दायरा 2024 तक 92 प्रतिशत से अधिक हो जाएगा।
इस बीच, न्यूयॉर्क से जारी एपी की एक खबर के अनुसार, विश्व स्वास्थ्य संगठन के अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि दुनिया भर में तपेदिक से पीड़ित लोगों की संख्या पिछले साल फिर से बढ़ी, जो 2023 के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ गई।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बताया कि नये आंकड़े पिछले साल वास्तव में बीमार पड़े लोगों की अनुमानित संख्या का 78 प्रतिशत दर्शाते हैं।
डब्ल्यूएचओ के अधिकारी इस वृद्धि को इस बात का संकेत मानते हैं कि कोविड-19 महामारी के दौरान स्वास्थ्य सेवा में व्यवधान के बाद जांच और उपचार में सुधार हो रहा है। वैश्विक स्तर पर, तपेदिक से होने वाली मौतों की संख्या 2024 में घटकर 12.3 लाख हो गई, जो पिछले वर्ष 12.5 लाख थी।
भाषा सुभाष प्रशांत
प्रशांत

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