आयुष्मान भारत का कार्यान्वयन न होने से पश्चिम बंगाल की चिकित्सा अवसंरचना पर पड़ा दबाव: धनखड़

आयुष्मान भारत का कार्यान्वयन न होने से पश्चिम बंगाल की चिकित्सा अवसंरचना पर पड़ा दबाव: धनखड़

आयुष्मान भारत का कार्यान्वयन न होने से पश्चिम बंगाल की चिकित्सा अवसंरचना पर पड़ा दबाव: धनखड़
Modified Date: November 29, 2022 / 07:57 pm IST
Published Date: December 2, 2020 12:14 pm IST

कोलकाता, दो दिसंबर (भाषा) पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि राज्य में केंद्र सरकार की योजना आयुष्मान भारत का कार्यान्वयन न किए जाने से चिकित्सा अवसंरचना पर दबाव पड़ा।

उन्होंने कहा कि कोविड-19 संकट के दौरान इस योजना ने उल्लेखनीय भूमिका निभाई।

कोविड-19 के स्वदेशी टीके ‘कोवैक्सीन’ के तीसरे चरण के ट्रायल को शुरू करने के बाद उन्होंने यहां आईसीएमआर-निसेड में कहा कि संविधान सभी को साथ लेकर चलने की वकालत करता है और संघर्ष के रवैये के साथ काम नहीं हो सकता।

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धनखड़ ने कहा, “पूरे देश में आयुष्मान भारत के कारण हम चिकित्सा जगत में विकास देख सकते थे… दुर्भाग्य से कुछ लोग इसमें भाग नहीं सके। हमारा पश्चिम बंगाल इसमें भाग नहीं ले सका। इस कारण से हमारी स्वास्थ्य अवसंरचना पर दबाव पड़ा।”

तृणमूल सरकार ने सितंबर में कहा था कि वह योजना को राज्य में लागू नहीं करेगी यदि इसके लिए पैसा राज्य सरकार से खर्च होता है।

भाषा यश पवनेश

पवनेश


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