ओडिशा में प्रवासी मजदूर की मौत के मामले में राज्य पुलिस ने शून्य प्राथमिकी दर्ज की : ममता

ओडिशा में प्रवासी मजदूर की मौत के मामले में राज्य पुलिस ने शून्य प्राथमिकी दर्ज की : ममता

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  • Publish Date - December 27, 2025 / 05:14 PM IST,
    Updated On - December 27, 2025 / 05:14 PM IST

कोलकाता, 27 दिसंबर (भाषा) भाजपा शासित ओडिशा के संबलपुर जिले में पश्चिम बंगाल के एक प्रवासी मजदूर की कथित हत्या के कुछ दिन बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को कहा कि मामले में ‘‘शून्य प्राथमिकी’’ दर्ज कर ली गई है और जांच के लिए पश्चिम बंगाल पुलिस की एक टीम पड़ोसी राज्य ओडिशा भेजी गई है।

उन्होंने भाजपा शासित राज्यों में बांग्ला भाषी लोगों के खिलाफ ‘‘उत्पीड़न और हिंसा’’ की निंदा की।

ओडिशा के संबलपुर जिले में बुधवार को बीड़ी को लेकर हुए विवाद के बाद पश्चिम बंगाल के प्रवासी मजदूर की कथित तौर पर हत्या कर दी गई थी। मृतक की पहचान जुएल शेख के रूप में हुई है।

ममता बनर्जी ने कहा कि इस मामले में पश्चिम बंगाल पुलिस ने मुर्शिदाबाद जिले के सुती थाने में शून्य प्राथमिकी दर्ज की है और अब तक छह आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। उन्होंने कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल पुलिस की एक टीम जांच के लिए ओडिशा गई है।’’

मुख्यमंत्री ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘मैं भाजपा शासित हर राज्य में बांग्ला भाषी लोगों के खिलाफ हो रहे क्रूर उत्पीड़न, दुर्व्यवहार और हिंसा की कड़ी निंदा करती हूं। हम उन प्रवासी बांग्ला भाषी परिवारों के साथ मजबूती से खड़े हैं, जिन्हें डराया-धमकाया गया, प्रताड़ित किया गया और जिन्हें अमानवीय व्यवहार का सामना करना पड़ा है। उन्हें हरसंभव सहायता दी जाएगी।’’

संबलपुर की घटना का जिक्र करते हुए बनर्जी ने कहा कि मुर्शिदाबाद के जंगीपुर क्षेत्र के प्रवासी मजदूरों को भाजपा शासित ओडिशा में गंभीर ‘‘अत्याचारों’’ का सामना करना पड़ा है।

उन्होंने कहा, ‘‘यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि मुर्शिदाबाद के जंगीपुर के सुती इलाके के एक युवा प्रवासी मजदूर को 24 दिसंबर को संबलपुर में पीट-पीटकर मार डाला गया।’’

मुख्यमंत्री ने दावा किया कि मुस्लिम बहुल मुर्शिदाबाद से गए प्रवासी मजदूर ‘‘अब डर के मारे घर लौट रहे हैं’’।

उन्होंने कहा, ‘‘हम इस दुखद घटना से प्रभावित परिवारों के साथ खड़े हैं और मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता दी जाएगी।’’

तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने इस बात पर बल दिया कि बांग्ला भाषा बोलना कभी अपराध नहीं हो सकता।

भाषा खारी नेत्रपाल

नेत्रपाल