ओडिशा पुलिस मानव तस्करी से निपटने के लिए कर्मियों की संख्या बढ़ाएगी: डीजीपी

ओडिशा पुलिस मानव तस्करी से निपटने के लिए कर्मियों की संख्या बढ़ाएगी: डीजीपी

  •  
  • Publish Date - October 24, 2025 / 04:44 PM IST,
    Updated On - October 24, 2025 / 04:44 PM IST

भुवनेश्वर, 24 अक्टूबर (भाषा) ओडिशा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) वाई. बी. खुरानिया ने शुक्रवार को कहा कि पुलिस विभाग राज्य में मानव तस्करी से निपटने के लिए एकीकृत मानव तस्करी रोधी इकाइयों (आईएएचटीयू) को सशक्त बनाने पर काम कर रहा है, जिसमें मानव संसाधन बढ़ाना और नई तकनीक का उपयोग जैसे उपाय शामिल हैं।

खुरानिया ने यहां मानव तस्करी पर राज्य स्तरीय सम्मेलन का उद्घाटन किया।

डीजीपी ने मानव तस्करी के खिलाफ काम कर रहे पुलिस, श्रम और अन्य विभागों के अधिकारियों की एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मानव तस्करी न केवल ओडिशा के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए अत्यंत चिंता का विषय है।

उन्होंने कहा, ‘‘मानव तस्करी सिर्फ़ एक अपराध नहीं है – यह बुनियादी मानवाधिकारों का उल्लंघन है। यह व्यक्तियों, विशेषकर महिलाओं और बच्चों से उनकी गरिमा, उनकी स्वतंत्रता और उनके भविष्य को छीन लेती है।’’

डीजीपी ने कहा कि ओडिशा अपनी सामाजिक-आर्थिक और भौगोलिक कमज़ोरियों के कारण मानव तस्करी का स्रोत और गंतव्य बना हुआ है।

खुरानिया ने कहा, ‘‘ओडिशा में हमने तस्करी को कई रूपों में देखा है: यौन शोषण, जबरन मजदूरी, घरेलू काम के लिए बच्चों की तस्करी और इससे भी अधिक घातक रूप से रोजगार या विवाह की आड़ में युवा लड़कियों की तस्करी।’’

उन्होंने कहा कि पीड़ितों को बचाने में आईएएचटीयू, जिला बाल संरक्षण इकाइयां और जिला श्रम अधिकारी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हालांकि, बचाव ही अंतिम लक्ष्य नहीं है, पुनर्वास और रोकथाम भी उतने ही महत्वपूर्ण हैं।

डीजीपी ने कहा, ‘‘आईएएचटीयू को मजबूत करने के लिए हम जिला स्तर पर कार्मिक संख्या, प्रशिक्षण और उपलब्ध संसाधनों को बढ़ाने पर काम कर रहे हैं।’’

इस वर्ष ओडिशा पुलिस ने ऑपरेशन अन्वेषण के दौरान लापता 1,209 बच्चों (131 लड़के और 1,078 लड़कियां) को बचाया है। इसके साथ ही राज्य पुलिस ने लापता हुईं 6,667 महिलाओं को भी बचाया है।

राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के सेवानिवृत्त डीजीपी पी. एम. नायर ने मानव तस्करी से संबंधित विभिन्न पहलुओं, इसके बदलते रुझानों और उपायों पर बात की।

उच्चतम न्यायालय के अधिवक्ता रविकांत ने बचाए गए बच्चों को उनके परिवारों और समाज से मिलाने तथा उन्हें स्वास्थ्य, शिक्षा और सुरक्षा के साथ नया जीवन प्रदान करने पर जोर दिया।

केंद्रीय गृह मंत्रालय के उप कमांडेंट संजय कुमार ने मानव तस्करी और ‘साइबर दासता’ के मुद्दे पर बात की।

भाषा यासिर पवनेश

पवनेश