Karnataka News : बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद हुए दंगों के मामले में एक व्यक्ति की गिरफ्तारी, बीजेपी कार्यकर्ताओं ने किया विरोध प्रदर्शन

Protest by BJP workers in Hubli: पुलिस ने पुजारी को हुबली जिले से गिरफ्तार किया, जिसे "लंबे समय से लंबित" मामला करार दिया गया था।

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  • Publish Date - January 3, 2024 / 04:45 PM IST,
    Updated On - January 3, 2024 / 04:45 PM IST

Protest by BJP workers in Hubli : अयोध्या। 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है। इस शुभ कार्य में देश ही नहीं विदेशों से भी रामभक्तों आएंगे। कई दिग्गज हस्तियों को निमंत्रण कार्ड भेजा जा चुका है। अयोध्या के चौराहों से लेकर गलियों तक में सजावट का कार्य किया जा रहा है। देश के कोने कोने से अयोध्या में साधु संतों का भी जमवड़ा लगेगा। लेकिन बता दें कि इस राम मंदिर के निर्माण के लिए कई हिंदुओं ने अपनी प्राणों की आहूति दी है। 1992 में बाबरी मस्जिद का ऊपरी ढ़ांचा तोड़ा दिया गया था। इतना ही नहीं लाखों कारसेवकों आंदोलन कर राम मंदिर निर्माण के लिए बलिदान दिया था।

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Protest by BJP workers in Hubli : बता दें कि कर्नाटक पुलिस ने राम मंदिर कार्यकर्ताओं के खिलाफ जांच के मामले खोल दिए हैं। जो तीस साल पहले राम मंदिर के लिए आंदोलन के चरम के दौरान कथित तौर पर संपत्ति विनाश और अन्य अपराधों में शामिल थे। आईएएनएस की एक रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने एक विशेष टीम को एकत्रित किया है और 1992 के राम मंदिर आंदोलन संबंधित मामलों में ‘संदिग्धों’ की एक सूची तैयार की है। जिसके कारण इस्लामावादियों द्वारा हिंसा की घटनाएं हुई और अंतर सांप्रदायिक संघर्ष हुए।

 

इसके अलावा 5 दिसंबर 1992 को एक अल्पसंख्यिक स्वामित्व वाली दुकान को आग लगाने की कथित घटना के संबंध में श्रीकांत पुजारी को हुबली पुलिस ने हिरासत में लिया है। पुजारी इस मामले में तीसरा प्रतिवादी है और पुलिस अन्य 8 प्रतिवादियों की तलाश कर रही है। पुजारी को अदालत की निगरानी में रखा गया है। इसी तरह हुबली पुलिस ने भी 300 संदिग्धों की एक सूची बनाई है। इस बीच, 1992 बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद हुए दंगों में कथित संलिप्तता के लिए कर्नाटक के हुबली में एक व्यक्ति की गिरफ्तारी के खिलाफ भाजपा कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया।

पुलिस ने पुजारी को हुबली जिले से गिरफ्तार किया, जिसे “लंबे समय से लंबित” मामला करार दिया गया था। यह गिरफ्तारी 1992 में बाबरी मस्जिद के विध्वंस के 30 साल बाद हुई है और आरोपी पुजारी उस समय 20 साल का था। गिरफ्तारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दावा किया कि कर्नाटक में कांग्रेस सरकार हिंदू कार्यकर्ताओं को ‘आतंकित’ कर रही है, जिससे राज्य में राजनीतिक हंगामा मच गया है।

 

 

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