नयी दिल्ली, सात अक्टूबर (भाषा) वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह ने मंगलवार को कहा कि ऑपरेशन सिंदूर स्पष्ट दिशा-निर्देशों, भारत की स्वदेशी क्षमताओं और सशस्त्र बलों के बीच प्रभावी सामंजस्य का एक “उत्कृष्ट उदाहरण” था।
सिंह ने 93वें वायुसेना दिवस से एक दिन पहले अपने संदेश में यह टिप्पणी की।
उन्होंने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर स्पष्ट उच्चतर दिशा-निर्देशों, हमारी स्वदेशी क्षमता और सभी रक्षा बलों के बीच प्रभावी सामंजस्य और संयुक्त कौशल का एक शानदार उदाहरण है।”
उन्होंने कहा, “भारतीय वायु सेना अपनी क्षमताओं को बढ़ाकर, नवाचार को अपनाकर और व्यावसायिकता के उच्चतम मानकों को कायम रखते हुए हमारे देश के आसमान की रक्षा करना जारी रखेगी।”
पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए हमले के जवाब में, भारत ने सात मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया, जिसमें पाकिस्तान के नियंत्रण वाले क्षेत्रों में आतंकवादी बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया गया।
इन हमलों के कारण चार दिनों तक भीषण संघर्ष चला, जो 10 मई को सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति के साथ समाप्त हुआ। अपने वक्तव्य में एयर चीफ मार्शल ने कहा कि उनके बल की सर्वोच्च प्राथमिकता भारत की अखंडता और संप्रभुता की रक्षा करना है।
उन्होंने कहा, “लड़ाकू भूमिका से आगे बढ़कर भारतीय वायुसेना हमेशा लोगों के साथ खड़ी रही है, बाढ़, आपदाओं के दौरान लोगों की जान बचाई है और संघर्ष क्षेत्रों से नागरिकों को निकाला है, जैसा कि ऑपरेशन सिंधु और ऑपरेशन ब्रह्मा के दौरान प्रदर्शित किया गया।”
उन्होंने कहा, “भारतीय वायु सेना राष्ट्र के आह्वान पर सबसे पहले प्रतिक्रिया देने वाली रही है और आगे भी रहेगी।”
वायुसेना प्रमुख ने भी शहीद नायकों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
भारतीय वायुसेना बुधवार को हिंडन एयरबेस पर वायुसेना दिवस मनाएगी। बल की आधिकारिक स्थापना आठ अक्टूबर, 1932 को हुई थी।
भाषा प्रशांत माधव
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