विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर 900 से अधिक लोगों के साथ ठगी, सात व्यक्ति गिरफ्तार |

विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर 900 से अधिक लोगों के साथ ठगी, सात व्यक्ति गिरफ्तार

विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर 900 से अधिक लोगों के साथ ठगी, सात व्यक्ति गिरफ्तार

:   Modified Date:  October 23, 2023 / 08:41 PM IST, Published Date : October 23, 2023/8:41 pm IST

नयी दिल्ली, 23 अक्टूबर (भाषा) दिल्ली पुलिस ने वीज़ा और विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर 900 से ज्यादा लोगों के साथ ठगी करने के आरोप में सात व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आरोपी दिल्ली व नोएडा में दफ्तर खोला करते थे और फोन करने के लिए कर्मचारी रखते थे, जो लोगों को नौकरी एवं वीज़ा उपलब्ध कराने की पेशकश करते थे तथा फिर उनके साथ ठगी करते थे।

अधिकारी ने बताया कि आरोपी अबतक 900 से ज्यादा लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं, जिनमें से ज्यादातर केरल के हैं।

पुलिस के मुताबिक, आरोपियों की पहचान इनाम-उल-हक अंसारी (32), ताबिश हाशमी (26), मोहम्मद तबरेज़ आलम (26), तारिक शम्स (26), एकराम मुजफ्फर (19), शंकर कुमार शाह (28) और सोमराज (26) के तौर पर हुई है।

अधिकारियों ने बताया कि अंसारी ने बी.टेक की पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी थी और वह गिरोह का सरगना है।

अपराध शाखा के विशेष आयुक्त रवींद्र सिंह यादव ने कहा, “ये ठग पीड़ितों को अलग-अलग कंपनियों की ओर से फोन करते थे। ये कंपनियां उन्होंने फर्जी दस्तावेज़ों के आधार पर पंजीकृत कराई थी। ये लोग ईमेल भेजकर फोन कर पीड़ितों को प्रलोभन देते थे कि उनके द्वारा अपलोड की गईं जानकारियां खाड़ी के एक देश में नौकरी के लिए उपयुक्त हैं।”

वे मेडिकल जांच, दस्तावेज़ीकरण और परामर्श शुल्क के नाम पर पैसे की मांग करते थे। पुलिस ने कहा कि 100 से अधिक लोगों को ठगने के बाद, वे अपनी फर्जी कंपनियों को बंद कर देते थे और बाद में कार्यालय खाली कर देते थे।

जांच के दौरान पुलिस ने अंसारी को ज़ाकिर नगर से गिरफ्तार किया।

विशेष आयुक्त ने बताया कि बाद में उसके साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया।

पुलिस ने बताया कि आरोपियों के पास से आठ लैपटॉप, 12 मोबाइल फोन, 110 पासपोर्ट, बिल बुक, विभिन्न फर्जी कंपनियों के लेटरहेड, नौ स्टांप पैड, दो क्यूआर कोड स्कैनर, 11 चेकबुक और अलग अलग बैंकों की दो पासबुक बरामद की गईं।

भाषा नोमान सुभाष

सुभाष

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)