रक्त समूह ‘ए’, ‘बी’ व ‘आरएच’ सहित रक्त वाले लोग कोविड के प्रति ज्यादा संवेदनशील: अध्ययन

रक्त समूह ‘ए’, ‘बी’ व ‘आरएच’ सहित रक्त वाले लोग कोविड के प्रति ज्यादा संवेदनशील: अध्ययन

  •  
  • Publish Date - November 30, 2021 / 07:09 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:50 PM IST

नयी दिल्ली, 30 नवंबर (भाषा) दिल्ली के एक निजी अस्पताल के अध्ययन के मुताबिक, जिन लोगों का रक्त समूह ‘ए’, ‘बी’ और खून ‘आरएच’ सहित है, वे उन लोगों की तुलना में कोविड-19 संक्रमण के प्रति ज्यादा संवेदनशील हैं जिनका रक्त समूह ‘ओ’ या ‘एबी’ है और जिनका रक्त ‘आरएच’ रहित है।

सर गंगाराम अस्पताल ने मंगलवार को एक बयान में बताया कि अस्पताल में 2020 में आठ अप्रैल से चार अक्टूबर के बीच भर्ती हुए 2,586 कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों पर यह अध्ययन किया गया है। इन मरीजों की आरटी-पीसीआर जांच में संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी।

यह अध्ययन अस्पताल के अनुसंधान विभाग व ‘ब्लड ट्रांसफ्यूज़न मेडिसिन’ विभाग ने किया है, जिसमें पाया गया है कि जिन लोगों का रक्त समूह ‘ए’, ‘बी’ है और वे जिनका खून ‘आरएच’ सहित है, वे कोविड संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील हैं जबकि जिन लोगों का रक्त समूह ‘ओ’, ‘एबी’ है वे जिनका रक्त आरएच रहित है, उन्हें कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा कम है।

अनुसंधानकर्ताओं का दावा है कि रक्त समूह और बीमारी की गंभीरता और मृत्यु होने में कोई संबंध नहीं है।

‘रेसुस फैक्टर’ या ‘आरएच फैक्टर’ एक प्रोटिन है जो रक्त की लाल कोशिकाओं की सतह पर हो सकता है और जिनके रक्त में यह तत्व पाया जाता है उनका रक्त ‘आरएच’ सहित (यानी आरएच पॉज़िटिव) कहलाता है और जिन लोगों के खून में यह तत्व नहीं पाया जाता है उनका रक्त ‘आरएच’ रहित (यानी आरएच निगेटिव) कहलाता है।

बयान के मुताबिक, यह अध्ययन ‘फ्रंटियर इन सेलुलर एंड इंफेक्शन माइक्रोबायोलॉजी’ के 21 नवंबर के संस्करण में प्रकाशित हुआ है।

अनुसंधान विभाग में परामर्शदाता डॉ रश्मि राणा ने बताया कि कोरोना वायरस दो एक नया वायरस है और यह अस्पष्ट है कि क्या रक्त समूह, कोविड-19 के खतरे या इसके शरीर में बढ़ने पर कोई प्रभाव डालता है। उन्होंने कहा कि इसलिए उन्होंने इस अध्ययन में ‘एबीओ’ और ‘आरएच’ रक्त समूह की कोविड-19 के प्रति संवेदनशीलता, रोग निदान, ठीक होने का समय और मृत्यु दर के साथ जांच की।

अध्ययन के सह लेखक व अस्पताल के ‘ब्लड ट्रांसफ्यूज़न’ विभाग के प्रमुख डॉ विवेक रंजन ने बताया कि अध्ययन में यह भी पाया गया है कि ‘बी’ रक्त समूह वाले पुरुष मरीजों को इसी रक्त समूह की महिला मरीजों की तुलना में कोविड-19 का अधिक खतरा है।

बयान के मुताबिक, अध्ययन में यह भी दावा किया गया है कि रक्त समूह ‘ए’ और ‘आरएच’ सहित रक्त वाले मरीजों में संक्रमण से उबरने में कम समय लगता है जबकि रक्त समूह ‘ओ’ और ‘आरएच’ रहित रक्त वाले मरीजों को संक्रमण से उबरने में ज्यादा वक्त लगता है।

भाषा

नोमान नरेश

नरेश