57वीं बार में दसवीं पास हुआ 77 साल का ‘हुकुमदास’, 1962 से लगातार दे रहे थे परीक्षा, इस साल अब 12वीं की तैयारी

person passed tenth in 57th time, giving exams continuously since 1962

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  • Publish Date - January 12, 2022 / 04:41 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:42 PM IST

जालौर : person passed tenth in 57th time आजकल के युवा किसी भी कक्षा में एक बार फेल होने के बाद पढ़ाई छोड़ देते है, लेकिन राजस्थान के जालौर में एक 77 साल का एक बुजुर्ग इन दिनों युवाओं के लिए प्रेरणा बना हुआ है। उन्होनें दसवीं क्लास में 56 बार फेल होने के बाद भी हिम्मत नहीं हारी। 56 बार फेल होने के बाद 57वीं बार फिर परीक्षा दी और आखिरकार वो पास हो गए। आज युवा दिवस के मौके पर जालौर जिले के हुकमदास वैष्णव भले ही 77 साल के हो गए हैं लेकिन दसवीं पास करने के बाद अब उन्होंने 12वीं क्लास का फॉर्म भी भर दिया है।

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person passed tenth in 57th time दरसअल जालौर जिले के सरदारगढ़ में रहने वाले हुकमदास वैष्णव युवाओं के लिए मिसाल बन गए हैं। हुकमदास ने 1962 से दसवीं पास करने को लेकर प्रयास किया जो 2019 में जाकर सफल हुआ। हालांकि हुकमदास को 8वीं क्लास पास करने के दौरान नौकरी तो मिल गई थी लेकिन सरकारी नौकरी मिलने के बाद भी उनका पढ़ाई का जज्बा कम नहीं हुआ। उन्होंने सरकारी नौकरी लगने के बाद भी दसवीं पास करने को लेकर पढ़ाई शुरू की लेकिन 1962 से लेकर 2018 तक 56 बार हुकमदास वैष्णव दसवीं क्लास में फेल होते रहे। आखिरकार 2019 में हुकम दास वैष्णव ने 57वीं बार दसवीं की परीक्षा देने के बाद सफलता हासिल की।

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हुकम दास ने बताया कि दसवीं में पहली बार फेल होने के बाद 18 साल की उम्र में होने पर सरकारी नौकरी तो लग गई। भू जल विभाग में चतुर्थ श्रेणी की नौकरी लगने के बाद भी शिक्षा के प्रति उनका लगाव नहीं छूटा। उन्होंने जब दसवीं क्लास का फॉर्म भरा तो दोस्तों ने कहा कि नौकरी लग गई है, अब पढ़ाई छोड़ दें। दोस्तों की इसी बात से प्रेरणा लेकर उन्होंने दसवीं पास करने का फैसला लिया। हालांकि उनका यह प्रण 57 साल बाद पूरा हुआ। हुकम दास वैष्णव की उम्र भले ही 77 साल हो चुकी हो लेकिन पढ़ाई के प्रति उनका जज्बा आज भी कायम है। हुकुम दास वैष्णव ने बारहवीं कक्षा पास करने को लेकर फॉर्म भर दिया है।