Pinarayi Vijayan on RSS || Image- DESHHIT File
Pinarayi Vijayan on RSS: तिरूवंनतपुरम: आज आरएसएस यानी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ नागपुर में अपना साहताबदे समारोह मना रहा है। इस कार्यक्रम में मोहन भगवत समेत पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और हजारों की संख्या में आरएसएस कार्यकर्ताओं ने शिरकत की।
इसी बीच केरल के मुख्यमंत्री और दिग्गज वामपंथी नेता पिनरई विजयन ने आरएसएस और उसके विचारधारा पर तीखा हमला बोला है। सीएम विजयन ने कहा है कि, इज़राइल में यहूदीवादी और आरएसएस जुड़वां भाई हैं।
बुधवार को कन्नूर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए विजयन ने कहा, “इजराइल में यहूदीवादी और भारत में आरएसएस जुड़वां भाई हैं।” इससे पहले, केरल के मुख्यमंत्री ने राष्ट्र के प्रति आरएसएस के योगदान को रेखांकित करने वाले विशेष रूप से डिजाइन किए गए स्मारक डाक टिकट और सिक्के को जारी करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी की आलोचना की थी और इसे भारतीय संविधान का घोर अपमान बताया था।
Pinarayi Vijayan on RSS: एक एक्स पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, “आरएसएस की शताब्दी को डाक टिकट और 100 रुपये के सिक्के के साथ मनाना हमारे संविधान का घोर अपमान है। यह एक ऐसे संगठन को वैधता प्रदान करता है जिसने स्वतंत्रता संग्राम से दूरी बनाए रखी और एक विभाजनकारी विचारधारा को बढ़ावा दिया जो औपनिवेशिक रणनीति से जुड़ी थी। यह राष्ट्रीय सम्मान हमारे सच्चे स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृति और उनके द्वारा देखे गए धर्मनिरपेक्ष, एकीकृत भारत पर सीधा हमला है।”
विजयन की यह टिप्पणी सीपीआई(एम) और संघ के बीच मतभेद के बीच आई है। इस बीच, आरएसएस के 100 वर्ष पूरे होने पर, संगठन 2 अक्टूबर, विजयादशमी को नागपुर में शताब्दी समारोह आयोजित कर रहा है। 1925 में महाराष्ट्र के नागपुर में केशव बलिराम हेडगेवार द्वारा स्थापित, आरएसएस की स्थापना एक स्वयंसेवी संगठन के रूप में की गई थी जिसका लक्ष्य नागरिकों में सांस्कृतिक जागरूकता, अनुशासन, सेवा और सामाजिक उत्तरदायित्व को बढ़ावा देना था।
Commemorating the RSS centenary with a postage stamp and a 100 rupee coin is a grave insult to our Constitution. It legitimises an organisation that abstained from the freedom struggle, promoting a divisive ideology that aligned with the colonial strategy. This national honour is…
— Pinarayi Vijayan (@pinarayivijayan) October 1, 2025
Pinarayi Vijayan on RSS: इसी तरह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा एच-1बी वीजा शुल्क में बढ़ोतरी पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा, “भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के विनम्र सेवक हैं। जब ट्रंप प्रशासन भारतीय नागरिकों को हथकड़ी लगाकर लाया था या वीज़ा शुल्क बढ़ाया था, तब मोदी ने एक शब्द भी नहीं कहा। अगर यह एक स्वाभिमानी राष्ट्र है, तो खून बहेगा। लेकिन हमने ऐसे शासक भी देखे हैं जो विनम्र सेवक बन जाते हैं।” पिनाराई विजयन ने मोदी पर यह भी आरोप लगाया कि जब ट्रम्प ने भारतीय वस्तुओं पर टैरिफ बढ़ाया तब भी उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
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