महाराष्ट्र। महाराष्ट्र में प्रतिबंधित प्लास्टिक पर पाबंदी लगा दी गई है। इस दौरान चेकिंग में प्लास्टिक पाये जाने पर 25 हजार रुपए का जुर्माना भी तय किया गया है। महाराष्ट्र सरकार ने कार्रवाई को अंजाम देने 250 इंस्पेक्टरों की जांच टीम गठित की है। महाराष्ट्र सरकार ने पहले ही नागरिकों और प्लास्टिक निर्माताओं को प्लास्टिक इस बारे में 23 मार्च को ही सूचना दे दी थी और प्लास्टिक से बने उत्पादों को नष्ट करने के लिए 23 जून तक का समय दिया था।
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लेकिन बात पर्यावरण की है. इसलिए सरकार अपने फैसले पर अडिग है। शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि 23 जून से प्लास्टिक पर पाबंदी हर हाल में लागू होगी। पाबंदी प्रभावी तरीके से लागू हो इसलिए बी एम सी ने 250 इंस्पेक्टरों का खास दस्ता बनाया है, जो 24 जून से प्रतिबंधित प्लास्टिक के साथ पाये जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।
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महाराष्ट्र में कई जगह प्रदर्शन लगाकर लोगों को प्लास्टिक से होने वाले दुष्परिणाम और प्लास्टिक की जगह कौन सी चीजों को इस्तेमाल किया जा सकता है। प्रदर्शनी के माध्यम से बताया गया है। वर्ली के एन.एस.सी.आई में आयोजित प्रदर्शनी के जरिये बीएमसी की कोशिश ये बताने की है कि प्लास्टिक के बिना भी जिंदगी जी जा सकती है।
प्लास्टिक पर पाबंदी की बात सुन सबसे पहला सवाल उठता है कि बारीश में कैसे काम चलेगा? तो इसका जवाब है स्टार्च से बनी थैलियां। बायो ग्रीन के सीईओ मोहम्मद सादिक ने बताया कि फल और सब्जियों के स्टार्च से बनी थैलियां वाटर प्रूफ और पर्यावरण के अनुकूल भी हैं। हालांकि इसके बाद भी कुछ सवाल हैं जिनके जवाब अभी मिलने बाकी हैं। मसलन तरल पदार्थ के खुदरा विक्रेता क्या करें? ऐसे व्यापारी प्रदर्शनी में अपना जवाब ना परेशान दिखे।
वेब डेस्क, IBC24