नयी दिल्ली, 28 दिसंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को मणिपुर के एक व्यक्ति के अपने दूरस्थ गांव में बिजली पहुंचाने के प्रयास पर प्रकाश डाला और बताया कि कैसे उन्होंने सौर ऊर्जा के जरिये समस्या का समाधान खोजा, जिससे क्षेत्र के सैकड़ों घरों में रोशनी पहुंची।
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में श्रीराम मोइरांगथेम का जिक्र करते हुए कहा कि 40 वर्षीय इस व्यक्ति ने मणिपुर में अपने क्षेत्र की बिजली की बड़ी समस्या का समाधान करके एक बार फिर यह पुरानी कहावत सच साबित कर दी है कि ‘जहां चाह, वहां राह’।
मोदी ने कहा कि बिजली की नियमित आपूर्ति सुनिश्चित करने की चुनौती से निपटने के लिए मोइरांगथेम ने स्थानीय समाधानों पर ध्यान केंद्रित किया।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हमारे मणिपुर में सौर ऊर्जा उत्पन्न करना वैसे भी आसान है। इसलिए, मोइरांगथेम ने सौर पैनल लगाने का अभियान शुरू किया और इस अभियान के कारण आज उनके क्षेत्र में सैकड़ों घरों तक सौर ऊर्जा पहुंच चुकी है।’’
मोदी ने कहा कि मोइरांगथेम की खासियत यह है कि उन्होंने स्वास्थ्य सेवा और आजीविका में सुधार के लिए भी सौर ऊर्जा का उपयोग किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘आज मोइरांगथेम के प्रयासों के कारण मणिपुर के कई स्वास्थ्य केंद्रों को भी सौर ऊर्जा मिल रही है। मणिपुर की महिलाओं को भी इस प्रयास से काफी लाभ हुआ है। स्थानीय मछुआरों और कारीगरों को भी इससे मदद मिली है।’’
प्रधानमंत्री ने घरों को सौर ऊर्जा उपलब्ध कराने के लिए अपनी सरकार के प्रमुख कार्यक्रम के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि ‘पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना’ के तहत सरकार प्रत्येक लाभार्थी परिवार को सौर पैनल लगाने के लिए लगभग 75,000 से 80,000 रुपये प्रदान कर रही है।
मोदी ने कहा, ‘‘मोइरांगथेम के प्रयास व्यक्तिगत हैं, लेकिन वे सौर ऊर्जा से संबंधित हर अभियान को नयी गति प्रदान कर रहे हैं। मैं ‘मन की बात’ के माध्यम से उन्हें अपनी शुभकामनाएं देता हूं।’’
भाषा शफीक रंजन
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