Publish Date - March 18, 2025 / 12:15 PM IST,
Updated On - March 18, 2025 / 12:31 PM IST
PM Modi speech in Lok sabha | Photo Credit: IBC24
HIGHLIGHTS
पीएम मोदी ने महाकुंभ को भारत की राष्ट्रीय चेतना का प्रतीक बताया।
महाकुंभ के आयोजन के लिए यूपी सरकार और कर्मयोगियों को बधाई दी।
प्रधानमंत्री ने अयोध्या के राम मंदिर समारोह को देश के लिए ऐतिहासिक पल बताया।
नई दिल्ली: संसद के चालू बजट सत्र के दूसरे चरण की कार्यवाही का दूसरा हफ्ता चल रहा है। इस मौके पर आज पीएम मोदी ने संसद को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने महाकुंभ को देश की विराट चेतना का दर्शन करार दिया। उन्होंने कहा कि महाकुंभ सबके प्रयास का साक्षात स्वरूप है।
लोकसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने महाकुंभ की भव्य सफलता पर उत्तर प्रदेश सरकार और सभी कर्मयोगियों को बधाई दी और कहा कि महाकुंभ केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि भारत के विराट स्वरूप और राष्ट्रीय चेतना का प्रतीक है।
सदन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले साल अयोध्या के राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में हम सभी ने यह सभी ने यह महसूस किया था कि देश अगले हजार वर्षों के लिए तैयार हो रहा है। इस बार महाकुंभ के आयोजन ने हम सभी के विचार को अर्पण किया। मानव जीवन के इतिहास में भी अनेक ऐसे मोड़ आते हैं, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए उदाहरण बन जाते हैं। हमारे देश के इतिहास में भी ऐसे पल आए हैं, जिन्होंने देश के जागरूक कर दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने संसद में महाकुंभ के बारे में क्या कहा?
पीएम मोदी ने महाकुंभ को भारत के विराट स्वरूप और राष्ट्रीय चेतना का प्रतीक बताया और इसकी भव्य सफलता पर उत्तर प्रदेश सरकार और कर्मयोगियों को बधाई दी।
महाकुंभ के आयोजन को पीएम मोदी ने किस दृष्टिकोण से देखा?
पीएम मोदी ने महाकुंभ को केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि देश की विराट चेतना का दर्शन और सबके प्रयासों का साक्षात स्वरूप बताया।
पिछले साल अयोध्या में क्या हुआ था, जो पीएम मोदी ने संसद में उल्लेख किया?
पीएम मोदी ने अयोध्या के राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह को उल्लेख करते हुए कहा कि इस आयोजन ने हमें यह अहसास कराया कि देश अगले हजार वर्षों के लिए तैयार हो रहा है।