PM Modi-Gadkari Relationship: क्या नितिन गडकरी और पीएम मोदी के बीच सबकुछ ठीक नहीं?.. आखिर PM का यह गधे से जुड़ा बयान फिर क्यों होने लगा वायरल?
PM Modi and Gadkari Relationship
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को देश और दुनिया में कौन नहीं जानता। दोनों ने ही अपने काम करने के तरीकों से लोकप्रियता हासिल की। जिस तरह प्रधानमंत्री मोदी दुनियाभर में मजबूत पीएम माने जाते है ठीक उसी तरह नितिन गडकरी की तारीफ खुद भाजपा के अलावा हर दल के लोग करते है। (PM Modi and Gadkari Relationship) उन्होंने भारत के भीतर सड़क परिवहन को एक नई दशा और दिशा दी। गडकरी खुद भी अपने बयानों में इस बात का जिक्र करते है कि वह आने वाले सालों में देश के भीतर सड़को का जाल बिछा देंगे। उनके पास पैसो की कमी नहीं है। उनकी यह बेबाकी सोशल मीडिया पर काफी पसन् की जाती है।
बयानों का तेजाब..रिएक्शन की आग, मर्यादा की हदें लांघना नेताओं के लिए कोई नई बात नहीं
लेकिन इन सबके अलावा एक चर्चा उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ रिश्तों को लेकर भी होती रहती है। एक दौर था जब केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का कद पार्टी के भीतर पीएम नरेंद्र मोदी से ऊपर था। गडकरी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। वे महाराष्ट्र के राजनेताओं में शामिल रहे और नागपुर उनकी सियासी पहचान का केंद्र रहा। जहाँ तक पीएम से रिश्तो की बात है दोनों के बीच के रिश्ते काफी मधुर रहे है। एक नहीं बल्कि सैकड़ो तस्वीरें और वीडियों है जिसमे दोनों नेता साथ देखे जा सकते है। गडकरी हमेशा पीएम मोदी से सलाह लेते रहे है और प्रधानमंत्री ने भी गडकरी का हमेशा मान रखा है। लेकिन पिछले कुछ समय से गडकरी के प्रशंसक उन्हें मोदी से भी आगे बताते रहे है। उन्हें पीएम का विकल्प माना जाने लगा है। खुद नितिन गडकरी के ऐसे बयान भी सामने आते रहे है जिनमे एक हद तक बगावत भी झलकती रही तो सवाल उठता है कि क्या पीएम मोदी और गडकरी के बीच सबकुछ ठीक नहीं?
दरअसल नितिन गडकरी ने पिछली दिनों एक कार्यक्रम गधे का जिक्र किया था। अपने बयान में उन्होंने कहा कि घोड़ों को नहीं मिल रही है घास और गधे खा रहे हैं च्वनप्राश। अपने इस बयान के बाद यह भी कहा कि समझने वाले को इशारा काफी है।
घोड़ों को नहीं मिल रही घाँस
गधे खा रहे चवनप्राश– नितिन गड़करी pic.twitter.com/WT48yXL8OY
— Rahul Tahiliani (@Rahultahiliani9) September 6, 2023
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का बयान
▶️घोड़ों को नहीं मिल रही है घास और गधे खा रहे हैं च्वनप्राश, समझने वाले को इशारा काफी है@nitin_gadkari | @BJP4India | @BJP4MP | #MadhyaPradeshElection2023 | #MadhyaPradesh | #NitinGadkari pic.twitter.com/n8ctNk9eSr
— IBC24 News (@IBC24News) September 6, 2023
अब उनके इसी बयान के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 2017 में दिया गया एक बयान काफी वायरल हो रहा है। दरअसल पीएम ने 2017 में यूपी के बहराइच में एक रैली को सम्बोधित करने के दौरान कहा था ‘मैं बिना छुट्टी लिए काम करता हूं, गधे से प्रेरणा लेता हूं। गधा भेदभाव नहीं करता चाहे उसकी पीठ पर चीनी हो या चूना।’
मैं गधे से प्रेरणा लेता हूं – PM नरेंद्र मोदी
अच्छे घोड़ों को नहीं मिल रही घास और गधे खा रहे च्यवनप्राश- नितिन गडकरी
और अंत में नितिन गडकरी जी ने कहा – समझदार को इशारा ही काफ़ी है। pic.twitter.com/kDGwDelXSp
— Nitin Agarwal (@nitinagarwalINC) September 5, 2023
अब पीएम के इसी बयान को गडकरी के बयान से जोड़कर देखा जा रहा है। हालाँकि तब प्रधानमंत्री ने यह जवाब यूपी के पूर्व सीएम और सपा नेता अखिलेश यादव को दिया था लेकिन माना जा रहा है कि गडकरी और मोदी का इशारा कथित तौर पर एक-दुसरे पर था। बहहराल चुनावी मौसम में अक्सर नेताओं के बीच मनमुटाव की ख़बरें उठती रही है। ऐसे में पार्टी भी यह स्वीकार नहीं करेगी कि दोनों नेताओं के बीच सबकुछ ठीक नहीं है।

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