chanting 'Sunderkand' is Beneficial for Pregnant Women: Telangana Governor

‘गर्भावस्था के दौरान सुंदरकांड और रामायण का पाठ करने से स्वस्थ होता है बच्चा’ राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन

'गर्भावस्था के दौरान सुंदरकांड और रामायण का पाठ करने से स्वस्थ होता है' राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन! chanting Sunderkand is Beneficial

Edited By :   Modified Date:  June 12, 2023 / 09:29 AM IST, Published Date : June 12, 2023/9:27 am IST

नई दिल्ली: chanting Sunderkand is Beneficial मर्यादापुरुषोत्तम के नाम को लेकर सियासी गलियारों में आए दिन भाजपा-कांग्रेस आमने सामने आते रहते हैं। दोनों ही दलों के नेता एक दूसरे पर ‘राम नाम’ को अपने फायदे के लिए उपयोग किए जाने का आरोप लगाते रहे हैं। लेकिन इस बीच तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन ने गर्भवती ​महिलाओं को सुंरदकांड और रामायाण का पाठ करने की नसीहत दी है। बता दें कि तमिलिसाई सौंदरराजन खुद भी एक स्त्री रोग विशेषज्ञ और भ्रूण चिकित्सक है।

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chanting Sunderkand is Beneficial दरअसल संवर्धिनी न्यास, राष्ट्र सेविका समिति के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन ने कहा है कि गर्भवती महिलाएं मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ बच्चे पैदा करने के लिए सुंदरकांड का पाठ करें। साथ ही उन्हें रामायण जैसे महाकाव्यों को भी पढ़ना चाहिए। उनका कहना है कि गर्भावस्था के दौरान धार्मिक ग्रंथों का पाठ करने से बच्चा स्वस्थ्य और हेल्दी होता है।

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बता दें कि संवर्धिनी न्यास की ओर से तैयार किए गए गर्भ संस्कार कार्यक्रम के तहत संगठन से जुड़े डॉक्टर गर्भवती माताओं को वैज्ञानिक और पारंपरिक उपायों के बारे में बताएंगे, ताकि वे संस्कारी और देशभक्त बच्चों को जन्म दे सकें। ऑनलाइन माध्यम से जारी किए गर्भ संस्कार मॉड्यूल के अनुसार इन उपायों में भगवद गीता जैसे धार्मिक ग्रंथों का पाठ करना, संस्कृत मंत्रों का जाप करना और योगाभ्यास शामिल होगा। यह प्रक्रिया गर्भाधान से पहले से प्रसव के चरण तक शुरू होगी और तब तक जारी रहेगी जब तक कि बच्चा 2 साल का नहीं हो जाता। इसके अनुसार कार्यक्रम के दौरान गर्भवती महिलाओं के परिवार के सदस्यों का भी मार्गदर्शन किया जाएगा।

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राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन ने आगे कहा कि गर्भावस्था के प्रति इस वैज्ञानिक और समग्र दृष्टिकोण के कार्यान्वयन से निश्चित रूप से सकारात्मक नतीजे मिलेंगे। उन्होंने कहा, ‘गांवों में हमने गर्भवती महिलाओं को रामायण, महाभारत और अन्य महाकाव्यों के साथ-साथ अच्छी कहानियां पढ़ते देखा है। खासकर तमिलनाडु में ऐसी मान्यता है कि गर्भवती महिलाओं को कम्ब रामायण के सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए।’

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राज्यपाल ने कहा कि गर्भावस्था के दौरान सुंदरकांड का पाठ करना बच्चों के लिए बहुत अच्छा होगा। मालूम हो कि सुंदरकांड रामायण का एक अध्याय है। संगठन के सीनियर अधिकारी के अनुसार, गर्भ संस्कार कार्यक्रम को पूरे देश में संवर्धिनी न्यास से जुड़े डॉक्टरों द्वारा लागू किया जाएगा। संवर्धिनी न्यास के एक पदाधिकारी ने शनिवार को बताया था, ‘इस उद्देश्य के लिए हमने देश को पांच क्षेत्रों में बांटा है और हर क्षेत्र में 10 चिकित्सकों का दल होगा जो इस कार्यक्रम को लागू करेगा।’

 

 

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