President of NRI society fell at feet of Premanand Maharaj and apologized

Premananda Maharaj Padayatra Controversy: NRI सोसाइटी के अध्यक्ष ने प्रेमानंद महाराज के चरणों में गिरकर मांगी माफी, वजह जानकर चौंक जाएंगे आप

Premananda Maharaj Padayatra Controversy: संत प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा को लेकर मचा बवाल खत्म हो गया है।

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Modified Date: February 16, 2025 / 07:42 PM IST
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Published Date: February 16, 2025 7:36 pm IST
HIGHLIGHTS
  • संत प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा को लेकर मचा बवाल खत्म हो गया है।
  • एनआरआई ग्रीन सोसाइटी के कुछ लोगों ने उनकी यात्रा का विरोध किया था
  • एनआरआई सोसाइटी के अध्यक्ष खुद प्रेमानंद महाराज के चरणों में गिरकर माफी मांगते नजर आए।

नई दिल्ली: Premananda Maharaj Padayatra Controversy: संत प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा को लेकर मचा बवाल खत्म हो गया है। एनआरआई ग्रीन सोसाइटी के कुछ लोगों ने उनकी यात्रा का विरोध किया था, वहीं अब सोसाइटी के अध्यक्ष खुद प्रेमानंद महाराज के चरणों में गिरकर माफी मांगते नजर आए। दरअसल, प्रेमानंद महाराज रोज़ रात में छटीकरा रोड स्थित श्रीकृष्ण शरणम आवास से श्री राधा केली कुंज, वृंदावन तक पदयात्रा निकालते थे, लेकिन एनआरआई ग्रीन सोसाइटी के कुछ लोगों ने इस यात्रा पर आपत्ति जताई थी। उन्होंने शिकायत की थी कि इस पदयात्रा की वजह से उन्हें परेशानी होती है और बुजुर्गों को भक्तों की भीड़ और शोरगुल से दिक्कत होती है।

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लोगों ने शुरू किया था NRI सोसाइटी का बहिष्कार

Premananda Maharaj Padayatra Controversy: इस विरोध के बाद प्रेमानंद महाराज ने अपनी यात्रा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी थी। उन्होंने कहा था कि अगर किसी को परेशानी थी, तो वह आकर सीधे बात कर सकते थे, लेकिन इस तरह विरोध करना सही नहीं था। महाराज जी की यात्रा रोकने का विरोध वृंदावन के स्थानीय लोगों ने खुलकर किया। कई दुकानदारों ने अपनी दुकानों के बाहर बोर्ड लगा दिया कि वे एनआरआई ग्रीन सोसाइटी के लोगों को सामान नहीं बेचेंगे। धीरे-धीरे पूरे वृंदावन में इन लोगों का बहिष्कार शुरू हो गया।

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प्रेमानंद महाराज से सोसाइटी के अध्यक्ष ने मांगी माफी

Premananda Maharaj Padayatra Controversy: बढ़ते विरोध को देखते हुए एनआरआई ग्रीन सोसाइटी के अध्यक्ष प्रेमानंद महाराज की शरण में पहुंचे और उनसे माफी मांगी। उन्होंने कहा कि कुछ यूट्यूबर्स के बहकावे में आकर सोसाइटी के लोगों ने बयान दे दिया था, जिसका अब उन्हें पछतावा है। महाराज जी ने अपनी सरलता और क्षमाशील स्वभाव का परिचय देते हुए कहा कि उन्हें किसी से कोई वैर-विरोध नहीं है। उन्होंने सोसाइटी के लोगों को भी आश्वासन दिया कि वह किसी का अहित नहीं चाहते और सबके सुख के लिए ही काम कर रहे हैं।

बदला गया पदयात्रा का समय और रूट

Premananda Maharaj Padayatra Controversy:  अब प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा फिर से शुरू हो गई है, लेकिन इसका समय बदलकर दोपहर 2 बजे से शाम 4 बजे तक कर दिया गया है। इसके अलावा, अब यह यात्रा एनआरआई ग्रीन सोसाइटी से न होकर प्रेम मंदिर के सामने से रमणरेती पुलिस चौकी मोड़ से श्रीराधा केली कुंज तक जाएगी।

प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा क्यों रोकी गई थी?

प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा को एनआरआई ग्रीन सोसाइटी के कुछ लोगों ने विरोध किया था, क्योंकि उनका कहना था कि यात्रा के दौरान लोगों की भीड़ और शोरगुल से परेशानी हो रही थी, खासकर बुजुर्गों को।

प्रेमानंद महाराज ने पदयात्रा पर विरोध के बाद क्या कदम उठाया?

विरोध के बाद, प्रेमानंद महाराज ने अपनी पदयात्रा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया था, लेकिन बाद में सोसाइटी के अध्यक्ष ने माफी मांगी और यात्रा को फिर से शुरू किया गया, जिसमें समय और रूट में बदलाव किया गया।

प्रेमानंद महाराज की यात्रा का नया समय और रूट क्या है?

अब प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा दोपहर 2 बजे से शाम 4 बजे तक होती है। इसका रूट भी बदलकर एनआरआई ग्रीन सोसाइटी से नहीं, बल्कि प्रेम मंदिर के सामने से रमणरेती पुलिस चौकी मोड़ होते हुए श्रीराधा केली कुंज तक जाता है।

क्या प्रेमानंद महाराज से माफी मांगने के बाद यात्रा फिर से शुरू हुई?

हां, एनआरआई ग्रीन सोसाइटी के अध्यक्ष ने प्रेमानंद महाराज से माफी मांगी, जिसके बाद महाराज ने यात्रा फिर से शुरू करने का निर्णय लिया, साथ ही समय और मार्ग में बदलाव किया।

प्रेमानंद महाराज ने विरोध करने वाले लोगों के बारे में क्या कहा?

प्रेमानंद महाराज ने कहा कि उन्हें किसी से कोई वैर नहीं है और वह हमेशा सभी के सुख के लिए काम करते हैं। उन्होंने सोसाइटी के लोगों को भी आश्वासन दिया कि उनका उद्देश्य किसी को दुख नहीं पहुँचाना है।
 
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