राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 71वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र को संबोधित किया. राष्ट्रपति का यह पहला संबोधन है. राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में नोटबंदी से लेकर न्यू इंडिया, स्वच्छ भारत अभियान, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसी तमाम बातों का जिक्र किया. राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि समाज को ऐसा होना चाहिए, जो भविष्य की ओर तेजी से बढ़ने के साथ-साथ, संवेदनशील भी हो.
संबोधन में राष्ट्रपति ने कहा स्वतंत्रता के 70 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आप सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं. मंगलवार को देश आजादी की वर्षगांठ मनाने जा रहा है. इस 70वीं वर्षगांठ की पूर्व संध्या पर मैं आप सबको हार्दिक बधाई देता हूं. 15 अगस्त, 1947 को हमारा देश एक स्वतंत्र राष्ट्र बना था. संप्रभुता पाने के साथ-साथ उसी दिन से देश की नियति तय करने की जिम्मेदारी भी ब्रिटिश हुकूमत के हाथों से निकलकर हम भारतवासियों के पास आ गई थी. कुछ लोगों ने इस प्रक्रिया को ‘सत्ता का हस्तांतरण’ भी कहा था.