President Rule in West Bengal: पश्चिम बंगाल में लगेगा राष्ट्रपति शासन?.. याचिका पर सुप्रीम कोर्ट करेगा सुनवाई, जमकर हो रही हिंसा पर सियासत
महिला आयोग की अध्यक्ष विजया रहाटकर ने दौरे के बाद कहा, "यहां के लोग गहरे दर्द में हैं और हालात बेहद चिंताजनक हैं। यहां जो देखा, उसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है।" सुप्रीम कोर्ट आज फिर इस मामले की सुनवाई करेगा।
President Rule in West Bengal News || Image- IBC24 NEWS File
- वक्फ विधेयक के बाद बंगाल में भड़की हिंसा, हालात बेहद चिंताजनक बताए गए।
- वकील विष्णु शंकर जैन ने राष्ट्रपति शासन की मांग वाली याचिका सुप्रीम कोर्ट में दायर की।
- सुप्रीम कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई की, आज फिर होगी अगली सुनवाई।
President Rule in West Bengal News: नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हालिया हिंसा और सुप्रीम कोर्ट को लेकर की जा रही बयानबाजी के बीच, राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। यह याचिका सुप्रीम कोर्ट के वकील विष्णु शंकर जैन ने दायर की है।
वकील ने अपने तर्क में कहा कि वक्फ संशोधन विधेयक, 2025 के पारित होने के बाद राज्य में स्थिति बिगड़ी है और हालिया घटनाएं राज्य सरकार की विफलता को दर्शाती हैं। उन्होंने कोर्ट से पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती की मांग की।
President Rule in West Bengal News: जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की पीठ ने मामले की सुनवाई के दौरान पूछा, “क्या आप चाहते हैं कि हम केंद्र सरकार को राष्ट्रपति शासन लगाने का निर्देश दें?” इस पर वकील जैन ने कहा कि इससे पहले बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा को लेकर भी उनकी एक याचिका लंबित है, जिस पर 2022 में नोटिस जारी किया गया था। उन्होंने बताया कि यह याचिका आज फिर सुनवाई के लिए लिस्ट की गई है।
इस बीच, मुर्शिदाबाद में वक्फ बोर्ड कानून को लेकर भड़की हिंसा के बाद हालात गंभीर हैं। कई घरों में आगजनी और लूटपाट की घटनाएं हुई हैं, जिससे लोग अपना घर छोड़कर पलायन करने को मजबूर हुए हैं। राज्यपाल और राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम ने भी प्रभावित इलाकों का दौरा किया है।
President Rule in West Bengal News: महिला आयोग की अध्यक्ष विजया रहाटकर ने दौरे के बाद कहा, “यहां के लोग गहरे दर्द में हैं और हालात बेहद चिंताजनक हैं। यहां जो देखा, उसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है।” सुप्रीम कोर्ट आज फिर इस मामले की सुनवाई करेगा।

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