नयी दिल्ली। President Election 2022: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने आज नामांकन दाखिल कर दिया। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा समेत कई दिग्गज मौजूद रहे। इसके अलावा नामांकन के दौरान सत्तारूढ़ भाजपा और राजग के कई नेता उनके आवेदन का समर्थन करने के लिए संसद में मौजूद रहे।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके पहले प्रस्तावक माने जा रहे हैं। मुर्मू की उम्मीदवारी के लिए भाजपा ने नामांकन पत्रों के चार सेट तैयार किए हैं। प्रधानमंत्री के अलावा, वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह व अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जे. पी. नड्डा नामांकन पत्र पर हस्ताक्षर किया।
President Election 2022: उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ और गुजरात के भूपेंद्र पटेल सहित भाजपा शासित सभी राज्यों के मुख्यमंत्री, पार्टी की लगभग सभी महिला तथा आदिवासी सांसद और विधायक भी हस्ताक्षर किया।
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राजग नेताओं के अलावा, वाईएसआर कांग्रेस के विजयसाई रेड्डी और बीजू जनता दल के नेता सस्मित पात्रा भी मूर्मू के नामांकन का समर्थन करने के लिए संसद में मौजूद रहे। अन्नाद्रमुक नेता ओ. पनीरसेल्वम और जद (यू) के राजीव रंजन सिंह पहले ही संसद पहुंच चुके हैं। नामांकन दाखिल करने से पहले मुर्मू महात्मा गांधी, बी.आर. आंबेडकर और बिरसा मुंडा की प्रतिमाओं पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगी। राष्ट्रपति पद के नामांकन के लिए प्रत्येक सेट में निर्वाचित प्रतिनिधियों के बीच 50 प्रस्तावक और 50 अनुमोदक होने चाहिए। चुनाव जीतने पर मुर्मू देश की पहली आदिवासी और दूसरी महिला राष्ट्रपति होंगी।
18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव है। एनडीए ने द्रौपदी मुर्मू को उम्मीदवार बनाया है। जबकि विपक्ष की ओर से यशवंत सिन्हा चुनाव मैदान में हैं। द्रौपदी मुर्मू गुरुवार को अपने गृह राज्य ओडिशा से दिल्ली पहुंची थीं। दिल्ली में उन्होंने पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी।
द्रौपदी मुर्मू का जन्म ओडिशा आदिवासी जिले मयूरभंज के रायरंगपुर गांव में हुआ। द्रौपदी मुर्मू झारखंड की पहली महिला राज्यपाल भी रह चुकी हैं। 18 मई 2015 से 12 जुलाई 2021 तक झारखंड के राज्यपाल पद पर रहीं।
द्रौपदी मुर्मू ओडिशा की पहली महिला और आदिवासी नेता हैं, जिन्हें राज्यपाल नियुक्त किया गया था. मुर्मू 2013 में बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में एसटी मोर्चे की सदस्य रहीं। 10 अप्रैल 2015 तक उन्होंने यह पद संभाला था। वह 2013 में ओडिशा के मयूरभंज की जिला अध्यक्ष निर्वाचित हुईं थी। वह 2010 में भी जिला अध्यक्ष निर्वाचित हुई थीं।