प्रियंका गांधी ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में भूस्खलन पीड़ितों से कहा: मेरा दिल आपके साथ है

प्रियंका गांधी ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में भूस्खलन पीड़ितों से कहा: मेरा दिल आपके साथ है

प्रियंका गांधी ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में भूस्खलन पीड़ितों से कहा: मेरा दिल आपके साथ है
Modified Date: July 30, 2025 / 05:40 pm IST
Published Date: July 30, 2025 5:40 pm IST

(फाइल तस्वीरों के साथ)

वायनाड (केरल), 30 जुलाई (भाषा) कांग्रेस नेता एवं केरल के वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी वाद्रा ने चूरलमाला-मुंडक्कई भूस्खलन की पहली बरसी पर अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के नाम बुधवार को एक खुला पत्र जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा कि वह प्रभावित लोगों को अपना जीवन फिर से शुरू करने में सहायता करना जारी रखेंगी।

वाद्रा ने सोशल मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किए गए पत्र में कहा कि यद्यपि वह संसदीय ड्यूटी पर हैं, लेकिन उनका दिल पीड़ितों के साथ है।

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उन्होंने पोस्ट में कहा, ‘हम उन लोगों को याद करते हैं जिन्हें हमने खो दिया। उनकी यादें आपको सुकून दें, और आपका विश्वास आपको आगे बढ़ने की राह दिखाए। मैं आज ही नहीं, बल्कि हमेशा आपके साथ हूं।”

कांग्रेस महासचिव ने कहा कि हालांकि पीड़ितों के जीवन को फिर से पटरी पर लाने के लिए बहुत कुछ किया गया है, फिर भी अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है।

उन्होंने कहा, “सभी राजनीतिक दलों के अच्छे इरादों और देश के सभी हिस्सों से मिली मदद के बावजूद, बुनियादी, प्रणालीगत मुद्दों ने पुनर्वास की प्रक्रिया को काफी धीमा कर दिया है।”

कांग्रेस सांसद ने कहा कि संसद सत्र के कारण वह इस महत्वपूर्ण दिन पर वायनाड में नहीं आ पा रही हैं। उन्होंने कहा, ‘जब आप इस दिन को आस्था और विश्वास के साथ याद कर रहे हैं, तब मेरी हार्दिक प्रार्थनाएं आपके साथ हैं और मैं पूरी मजबूती के साथ आपके साथ खड़ी हूं।”

उन्होंने कहा कि वह वायनाड में ऐसे लोगों से मिली थीं, जिन्होंने अपना सब कुछ खो दिया था, लेकिन फिर भी उनमें विश्वास बनाए रखने का साहस था।

वाद्रा ने पत्र में लिखा, “(वायनाड में) घर, जीवन और आजीविका नष्ट हो गई, लेकिन मानवीय भावना अपनी गरिमा और सहनशीलता के साथ आगे बढ़ रही है।”

उन्होंने कहा, “अपने दर्द में, आप पूरे देश के लिए एक बेहतरीन मिसाल थे- प्यार, भाईचारे और इंसानियत की सारी अच्छी बातों के प्रतीक।”

कांग्रेस नेता ने कहा कि कई लोगों ने बहादुरी से अपने जीवन का पुनरुत्थान करके उस तबाही पर काबू पा लिया है, लेकिन कई लोग अब भी हताश हैं।

उन्होंने कहा, ‘हमें उन्हें सहायता प्रदान करने के लिए अपनी शक्ति के अनुसार हरसंभव प्रयास करते रहना चाहिए।’

वाद्रा ने कहा, ‘आपमें से जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके कारण ही आपको दोबारा पूर्ण जीवन जीने, हंसने, प्यार करने और उनकी (खो चुके प्रियजनों की) इच्छा के अनुरूप जीवन जीने की आशा मिलती है।’

कांग्रेस सांसद ने कहा, ‘मैं आपके जीवन के पुनर्निर्माण की यात्रा में आपकी सहायता करने के लिए हरसंभव प्रयास करती रहूंगी और मैं बेहद सम्मानित महसूस कर रही हूं कि आपने मुझे ऐसा करने का मौका दिया।’

भाषा नोमान सुरेश

सुरेश


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