जेएनयू रजिस्ट्रार चक्रवर्ती की नियुक्ति के अनुमोदन की प्रक्रिया विसंगितपूर्ण: जेएनयूटीए

जेएनयू रजिस्ट्रार चक्रवर्ती की नियुक्ति के अनुमोदन की प्रक्रिया विसंगितपूर्ण: जेएनयूटीए

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  • Publish Date - March 27, 2021 / 12:19 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:19 PM IST

नयी दिल्ली, 27 मार्च (भाषा) जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (जेएनयूटीए) ने शनिवार को आरोप लगाया कि प्रोफेसर अनिर्बान चक्रवर्ती की विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार के तौर पर नियुक्ति के अनुमोदन की प्रक्रिया में विसंगति थी । कार्यकारी परिषद (ईसी) ने एक दिन पहले अपनी बैठक में नियुक्ति का अनुमोदन किया ।

शिक्षक संघ ने यह भी आरोप लगाया कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के कुलपति एम जगदीश कुमार ने कार्यकारी परिषद की डिजिटल बैठक में अहम विषयों पर चर्चा के दौरान दो निर्वाचित शिक्षक प्रतिनिधियों की आवाज दबा दी।

कुलपति ने 17 मार्च को स्कूल ऑफ कंप्यूट्यूशनल एंड इंटीग्रेटिव साइंसेज के पूर्व डीन चक्रवर्ती को रजिस्ट्रार नियुक्त किया था जिसके बाद जेएनयूटीए ने आरोप लगाया कि इस विषय पर चर्चा के लिए कार्यकारी परिषद की बैठक ही नहीं हुई।

इस पर कार्यकारी परिषद ने शुक्रवार को अपनी 294 वीं बैठक के बाद एक बयान में कहा कि जेएनयू के कुछ अध्यापकों ने किसी नियुक्ति, जो अन्यथा एक नियमित प्रक्रिया है, पर विवाद पैदा करने का प्रयास किया । उसने कहा कि उसने चक्रवर्ती की रजिस्ट्रार के तौर पर नियुक्ति पर मुहर लगायी है।

एक बयान में जेएनयूटीए ने जानना चाहा कि शुक्रवार को अपनी नियुक्ति के अनुमोदन से पूर्व 22 मार्च को चक्रवर्ती को कैसे अकादमिक परिषद की बैठक की अध्यक्षत करने दी गयी।

उसने कहा, ‘‘ शायद प्रो. जगदीश कुमार नियुक्ति पर अनुमोदन के लिए ईसी के पास गये हों लेकिन कई ऐसी विसंगतियां हैं जो अनुमोदन प्रक्रिया को अपूर्ण बनाती हैं। जेएनयूटीए को पता चला है कि बस ईसी की मंजूरी के बाद ही प्रो. अनिर्बान चक्रवर्ती को रजिस्ट्रार के तौर पर कल की बैठक में हिस्सा लेने दिया गया।’’

उसने कहा, ‘‘ फिर प्रश्न उठता है कि अनुमोदन से पूर्व कैसे प्रो. चक्रवर्ती को बतौर रजिस्ट्रार 22 मार्च को अकादमिक परिषद की 157 वीं बैठक की अध्यक्षता करने दी गई और अधिसूचना जारी करने दी गयी।’’

भाषा

राजकुमार पवनेश

पवनेश