नई दिल्ली। पुलवामा हमले के 12 दिन बाद भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। मंगलवार अल सुबह 3.30 बजे मिराज-2000 लड़ाकू विमानों ने ना केवल नियंत्रण रेखा के पार की बल्कि पाकिस्तान में स्थित आंतकी ठिकानों पर हवाई हमला किया। एयरफोर्स के 12 मिराज विमानों ने हजारों किलो के बम बरसाए। इसमें कई आतंकी कैंप तबाह हुए हैं।
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वायुसेना सूत्रों के मुताबिक – बालाकोट, चकोटी, मुजफ्फराबाद में जैश के ठिकाने तबाह कर दिए गए। जैश का कंट्रोल रूम अल्फा-3 उड़ा दिया गया। बालाकोट पाकिस्तान के प्रांत खैबर पख्तूनख्वाह में स्थित है। हमले वाली जगह एलओसी से करीब 50 किलोमीटर दूर है। 14 फरवरी को हुए पुलवामा फिदायीन हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए थे। जैश-ए-मोहम्मद ने इसकी जिम्मेदारी ली थी। भारत ने आधिकारिक तौर पर कहा कि पाकिस्तान में घुसकर एयरस्ट्राइक की गई है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि पाकिस्तान को आतंकी कैम्प के बारे में जानकारी दी गई। लेकिन उसने इनकार कर दिया। इसके बाद हमारे इंटेलीजेंस सोर्स की मदद से हमें पीओके और पाकिस्तान में कैम्प के बारे में पता चला। इस पूरी कार्रवाई सैकड़ों आतंकी मारे गए।
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भारत ने कहा कि जैश देश में फिर फिदायीन हमलों की तैयारी में था। जब हमें इसकी खबर मिली तो हमने अटैक की प्लानिंग की । बालाकोट में भारत ने जिस आतंकी कैम्प पर हमला किया, उसे मसूद अजहर का रिश्तेदार चलाता था। अधिकारियों ने बताया कि अटैक के पहले हमने समय-समय पर पाकिस्तान को इसके बारे में जानकारी मुहैया कराई है। पाकिस्तान ने हर बार इससे इनकार किया है। जबकि पाकिस्तान की जानकारी के बिना वहां जिहादी ट्रेनिंग कैम्प्स नहीं चल सकते। पाकिस्तान ने अब तक आतंकियों के ठिकानों को खत्म करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए।”
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विदेश सचिव विजय गोखले ने हमले के बाद मीडिया को एयरफोर्स की कार्रवाई की जानकारी दी। गोखले ने कहा “हमें इंटेलिजेंस से इनपुट मिले थे कि जैश-ए-मोहम्मद भारत में कई फिदायीन हमलों को अंजाम देने वाला है। मंगलवार तड़के भारत ने कार्रवाई कर जैश के बालाकोट स्थित सबसे बड़े ट्रेनिंग कैम्प्स पर हमला कर तबाह कर दिया। इसमें जैश के आला कमांडर्स और कई आतंकी मारे गए। मसूद के रिश्तेदार समेत कई आतंकी इसमें मारे गए।” “थलसेना की मदद के बिना यह कार्रवाई सिर्फ जैश को निशाना बनाने के लिए थी। ये आतंकी कैम्प्स रिहाइशी इलाकों से दूर जंगल के इलाकों में थे।” “पाकिस्तान सरकार ने 2004 में कहा था कि वह अपनी सरजमीं का इस्तेमाल आतंकियों के लिए नहीं होने देगा। हमें उम्मीद है कि पाकिस्तान अपनी प्रतिबद्धता बनाए रखेगा और जैश तथा अन्य संगठनों के अन्य ठिकानों पर कार्रवाई करेगा।” भारत ने जिस बालाकोट में जैश के कैंप पर कार्रवाई की है उसमें जैश के आतंकी और ट्रेनर ढ़ेर हुए हैं। जैश कमांडर युसूफ अजहर भी मारा गया, वही यह कैंप चल रहा था।
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सूत्रों की मानें तो भारतीय वायुसेना के इस बड़े ऑपरेशन में 19 मिनट का समय लगा। भारतीय वायुसेना ने सोमवार की देर रात करीब 3.30 मिनट बजे 12 मिराज फाइटर जेट के साथ हमला किया और तीन आतंकी कैंपों को निशाना बनाया। भारतीय वायुसेना ने बालाकोट, चकोट और मुजफ्फराबाद मिलाकर कुल तीन हमले किए। बताया यह भी जा रहा है कि जैश, लश्कर और हिज्बुल के आतंकी कैंप भी इसमें शामिल थे, जिसे भारतीय वायुसेना ने नेस्तनाबूत कर दिया।
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14 फरवरी को सीआरपीएफ का काफिला जम्मू से श्रीनगर जा रहा था। इस काफिले में करीब 78 गाड़ियां थीं और 2500 जवान शामिल थे। उसी दौरान बाईं ओर से ओवरटेक कर विस्फोटक से लदी एक कार आई और उसने सीआरपीएफ की बस में टक्कर मार दी। आतंकवादी ने जिस कार से टक्कर मारी थी, उसमें करीब 60 किलो विस्फोटक थे। इसकी वजह से विस्फोट इतना घातक हुआ कि इसमें 40 जवान शहीद हो गए थे ।