नयी दिल्ली, 15 दिसंबर (भाषा) केंद्रीय मंत्री किरेन रीजीजू ने सोमवार को कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को कथित रूप से दी गई ‘‘धमकी’’ के लिए माफी मांगनी चाहिए।
रीजीजू ने यहां आनन-फानन में बुलाए गए एक संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को हुई कांग्रेस की रैली के दौरान पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री की कब्र खोदने की धमकी दी। उन्होंने इसे भारतीय लोकतंत्र में घटित हुई ‘‘सबसे दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद’’ घटना बताया।
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और विपक्ष के नेता राहुल गांधी को कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा प्रधानमंत्री को धमकी दिए जाने के लिए माफी मांगनी चाहिए। यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण एवं दुखद है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री मोदी की कब्र खोदने की सार्वजनिक तौर पर धमकी दी।’’
संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ता एवं नेता राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी हैं, दुश्मन नहीं।
उन्होंने कहा, ‘‘हम अलग-अलग विचारधाराओं का प्रचार करते हैं लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के सपने के अनुरूप विकसित भारत के लिए मिलकर काम करते हैं।’’
रीजीजू ने कहा कि राजनीतिक मतभेद अलग विषय हैं और उनके बावजूद नेता सार्वजनिक रूप से एक-दूसरे को शुभकामनाएं देते हैं और वे विभिन्न तरीकों से एक-दूसरे की आलोचना भी करते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हम अलग-अलग तरीकों से एक-दूसरे का विरोध करते हैं। हम एक-दूसरे को जान से मारने के बारे में कभी नहीं सोचते और न ही ऐसी बात करते हैं। यह कैसी मानसिकता है? यह कैसी प्रवृत्ति है कि कुछ लोग राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को जान से मारने की खुलेआम धमकी दे रहे हैं?’’
रीजीजू ने कहा कि मोदी 140 करोड़ लोगों के प्रधानमंत्री हैं और दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के प्रधानमंत्री हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘पूरी दुनिया प्रधानमंत्री मोदी का सम्मान करती है, पूरा भारत प्रधानमंत्री मोदी का सम्मान करता है लेकिन यदि विपक्ष में कुछ लोग प्रधानमंत्री को जान से मारने की धमकी देते हैं तो यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद है। इस घटना की केवल निंदा कर देने से बात समाप्त नहीं हो सकती।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस अध्यक्ष (खरगे) और विपक्ष के नेता (राहुल गांधी) को संसद में माफी मांगनी चाहिए। उन्हें संसद के पटल पर देश से माफी मांगनी चाहिए।’’
रीजीजू ने कहा कि यदि कांग्रेस में अब भी मानवता शेष है और वह देश की जनता का सम्मान करती है तो उसे संसद के दोनों सदनों में तत्काल माफी मांगनी चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘हम तभी मानेंगे कि उन्होंने अपनी गलती स्वीकार कर ली है। एक सभ्य समाज में प्रधानमंत्री को अपशब्द कहना स्वीकार्य नहीं है। प्रधानमंत्री हमेशा कहते रहे हैं कि हम विपक्ष को कभी दुश्मन नहीं, बल्कि राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी मानते हैं।’’
रीजीजू ने कहा, ‘‘हम सभी देश के लिए काम कर रहे हैं लेकिन माननीय प्रधानमंत्री की जान लेने की खुलेआम घोषणा करना और मोदी जी की कब्र खोदने की बात कहना, भारत के राजनीतिक इतिहास में देखी गई सबसे दुर्भाग्यपूर्ण घटना है।’’
कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने कथित चुनावी अनियमितताओं के मुद्दे पर अपना अभियान तेज करते हुए रविवार को राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित ‘वोट चोर गद्दी छोड़ो’ रैली में भाजपा और निर्वाचन आयुक्तों पर निशाना साधा था।
उन्होंने आरोप लगाया कि ‘‘वोट चोरी सत्तारूढ़ पार्टी के डीएनए में है और उसके नेता गद्दार’’ हैं, जो लोगों के मतदान के अधिकार छीनने की साजिश रच रहे हैं और उन्हें सत्ता से हटाया जाना चाहिए।
भाषा सिम्मी नरेश
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