Rahul Gandhi on Amit Shah: ‘घबराये हुए थे अमित शाह, मेरे किसी सवाल का जवाब नहीं दिया’.. संसद में चर्चा के बाद राहुल गांधी के निशाने पर आखिर क्यों है गृहमंत्री?

Rahul Gandhi on Amit Shah : अमित शाह ने आगे आरोप लगाया, वंदे मातरम् के 100 वर्ष पूरे होने पर इसे बोलने वालों को इंदिरा गांधी ने जेल भेज दिया। आपातकाल लगाया गया, विपक्ष और सामाजिक कार्यकर्ताओं को कैद किया गया, अखबारों पर ताले लगा दिए गए और पूरे देश को बंद कर दिया गया।

Rahul Gandhi on Amit Shah: ‘घबराये हुए थे अमित शाह, मेरे किसी सवाल का जवाब नहीं दिया’.. संसद में चर्चा के बाद राहुल गांधी के निशाने पर आखिर क्यों है गृहमंत्री?

Rahul Gandhi on Amit Shah || Image- ANI News File

Modified Date: December 11, 2025 / 01:17 pm IST
Published Date: December 11, 2025 1:16 pm IST
HIGHLIGHTS
  • राहुल बोले, शाह घबराए हुए थे
  • सवालों का स्पष्ट जवाब नहीं मिला वंदे मातरम् पर संसद में तीखी बहस

Rahul Gandhi on Amit Shah: नई दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र में वंदे मातरम् पर हुई बहस में भले ही कांग्रेस ने सदन से बहिर्गमन कर लिया लेकिन देश के गृहमंत्री अमित शाह अब नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के निशाने पर आ गए है।

”घबराये हुए थे अमित शाह’ : राहुल गांधी

पीटीआई से हुई बातचीत में राहुल गांधी ने कहा कि, “अमित शाह जी कल बहुत घबराए हुए थे। उन्होंने गलत भाषा का प्रयोग किया, उनके हाथ कांप रहे थे। वे जबरदस्त मानसिक दबाव में हैं। यह सबने कल देखा। मैंने उनसे जो पूछा, उन्होंने उसका सीधा जवाब नहीं दिया। उन्होंने कोई सबूत नहीं दिया। मैंने उन्हें सीधे तौर पर चुनौती दी है कि वे मैदान पर आएं और संसद में मेरी सभी प्रेस कॉन्फ्रेंस पर चर्चा करें। मुझे कोई जवाब नहीं मिला।”

जानें क्या कहा था अमित शाह ने?

Rahul Gandhi on Amit Shah: गौरतलब है कि, संसद के शीतकालीन सत्र में वंदे मातरम् पर चल रही बहस में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि यह गीत भारतीय राष्ट्र की आत्मा को जागरूक करने वाला मंत्र है, जिसने एक बार अपनी दिव्य शक्ति को खो दिया था। राज्यसभा में वंदे मातरम् के 150 साल पूरे होने के अवसर पर चर्चा हो रही थी, जिसमें शाह ने वंदे मातरम् की महिमा और इसके राष्ट्रीय महत्व पर जोर दिया।

वंदे मातरम् अनंतकाल तक जीवित रहेगा- गृह मंत्री अमित शाह

अमित शाह ने कहा कि वंदे मातरम् ने एक ऐसे राष्ट्र को जागरूक किया जो अपनी दिव्य शक्ति को भूल चुका था। राष्ट्र की आत्मा को जागरूक करने का काम वंदे मातरम् ने किया, इसलिए महर्षि अरविंद ने इसे भारत के पुनर्जन्म का मंत्र कहा। उन्होंने कहा कि इस गीत ने भारतीय जनमानस में राष्ट्रीय चेतना का संचार किया और यह हमेशा हमारे उज्जवल भविष्य के लिए जरूरी रहेगा। केंद्रीय गृह मंत्री ने लोकसभा में वंदे मातरम् पर उठाए गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कुछ सदस्यों ने वंदे मातरम् पर चर्चाओं की आवश्यकता पर सवाल उठाए हैं, लेकिन इस पर चर्चा हमेशा जरूरी रही है और हमेशा रहेगी।” उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोग वंदे मातरम् पर हो रही चर्चा को बंगाल के आगामी चुनावों से जोड़कर उसके महत्व को कम आंकना चाहते हैं। शाह ने स्पष्ट किया कि यह गीत केवल बंगाल तक सीमित नहीं था, बल्कि देश के हर हिस्से में इसका महत्व है।

पूर्व पीएम नेहरू पर साधा था निधाना

Rahul Gandhi on Amit Shah: राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, वंदे मातरम् पर चर्चा की आवश्यकता तब भी थी जब यह रचा गया था। आजादी के आंदोलन के दौरान भी थी। आज भी है और 2047 में जब भारत विकसित राष्ट्र बनेगा, तब भी रहेगी। उन्होंने वंदे मातरम् की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर बोलते हुए कहा कि यह रचना विदेशी आक्रमणों और सांस्कृतिक चुनौतियों के प्रतिकार के रूप में सामने आई थी।

बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय ने सदियों तक चले इस्लामिक आक्रमण और अंग्रेजों द्वारा नई संस्कृति थोपने की कोशिशों के बीच एक सांस्कृतिक जागरण का मंत्र दिया। उन्होंने आगे कहा कि मातृभूमि का वंदन भारतीय परंपरा का मूल है, मातृभूमि का वंदन प्रभु श्रीराम, आचार्य शंकर और चाणक्य सभी ने किया है। मातृभूमि से बड़ा कुछ नहीं होता, और इसी भावना को बंकिम बाबू ने पुनर्जीवित किया।

अमित शाह ने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू पर सीधे निशाना साधते हुए कहा, वंदे मातरम् की स्वर्ण जयंती पर नेहरू जी ने इसके दो हिस्से कर इसे सिर्फ दो अंतरों तक सीमित कर दिया। वहीं से तुष्टीकरण की शुरुआत हुई। यदि ऐसा न हुआ होता, तो देश का विभाजन भी नहीं होता।

इंदिरा गांधी के कार्यकाल पर टिप्पणी

Rahul Gandhi on Amit Shah: उन्होंने आगे आरोप लगाया, वंदे मातरम् के 100 वर्ष पूरे होने पर इसे बोलने वालों को इंदिरा गांधी ने जेल भेज दिया। आपातकाल लगाया गया, विपक्ष और सामाजिक कार्यकर्ताओं को कैद किया गया, अखबारों पर ताले लगा दिए गए और पूरे देश को बंद कर दिया गया।

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